हल्द्वानी – कुमाऊं प्रीमियर लीग (KPL) को उत्तराखंड के सबसे बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट के रूप में प्रचारित किया जा रहा है, लेकिन इसकी अव्यवस्थाओं ने खेल प्रेमियों को निराश कर दिया है। पहले 70 मिनट के मैच कराकर फुटबॉल के मूल नियमों की अनदेखी की गई और अब एक और गंभीर चूक सामने आई है—मैदान में स्कोरबोर्ड तक उपलब्ध नहीं! इससे खिलाड़ियों और दर्शकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बिना स्कोरबोर्ड टूर्नामेंट, कैसे बनेगी रणनीति? हर पेशेवर टूर्नामेंट में स्कोरबोर्ड एक अनिवार्य सुविधा होती है, जिससे खिलाड़ी और दर्शक मैच की स्थिति को आसानी से समझ सकें। लेकिन कुमाऊं प्रीमियर लीग में यह सबसे बुनियादी सुविधा भी नदारद है। खिलाड़ियों को स्कोर और समय जानने के लिए रेफरी या मैदान के बाहर बैठे लोगों पर निर्भर रहना पड़