रुद्रपुर – रुद्रपुर नगर निगम क्षेत्र की बुनियादी समस्याओं को लेकर महापौर विकास शर्मा ने 16वें वित्त आयोग की टीम से विशेष बजट की मांग की है। उन्होंने कहा कि रुद्रपुर की स्थिति अन्य नगर निगमों से अलग है, क्योंकि यहां सिडकुल में 450 से अधिक उद्योग स्थित हैं, जिससे प्रतिदिन 50,000 से 1 लाख लोगों का आवागमन होता है।
महापौर ने बताया कि नगर निगम के पास प्रतिदिन निकलने वाले ढाई लाख टन कूड़े के निस्तारण के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। इसके अलावा, रुद्रपुर कुमाऊं का प्रवेश द्वार है और पंतनगर में एयरपोर्ट भी है, जिससे देश-विदेश के हजारों पर्यटक कुमाऊं के स्थलों की ओर जाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि यहां स्वच्छता की स्थिति ठीक नहीं होगी, तो इसका गलत संदेश जाएगा।

महापौर ने यह भी बताया कि रुद्रपुर उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है, जहां दूसरे प्रदेशों के हजारों लोग स्वास्थ्य सुविधाओं सहित अन्य कार्यों के लिए आते हैं। शहर में आबादी का दबाव पहले ही अधिक है, और दूसरे राज्य के लोगों का आवागमन होने से सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं।
इसके अतिरिक्त, महापौर ने 74वें संविधान संशोधन के तहत निकायों को दिए गए 18 अधिकारों में से सभी अधिकार नगर निगमों को दिए जाने की मांग की, ताकि वे जनसामान्य को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकें।
महापौर ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में रुद्रपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में कदम उठाने की उम्मीद जताई है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले दिनों में रुद्रपुर को विकास के लिए बड़ा बजट मिलेगा और स्मार्ट सिटी बनाने का सपना साकार होगा।

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