कोटद्वार- पूर्व सैनिक संघर्ष समिति कोटद्वार के द्वारा विजय दिवस समारोह में बड़े धूम धाम से मनाया गया समारोह मे मुख्य अतिथि वैभव सैनी, पुलिस उपाधीक्षक, कोटद्वार और विशिष्ट अतिथि श्रीमान कमल सिंह राठौर नायब तहसीलदार कोटद्वार थे।समारोह के दौरान 16 पूर्व सैनिकों जिन्होंने 1971 की लड़ाई में भाग लिया था और 5 वीर नारियों जिनके अपनो ने मां भारती की रक्षा करते हुए देश के लिए शहीद हुए को पूर्व सैनिक संघर्ष समिति कोटद्वार की कार्यकारणी के द्वारा मलार्पन और शॉल देकर सम्मानित किया गया
समारोह के मुख्य अतिथि के द्वारा 1971 की लड़ाई की विभीषिका और भारतीय सेना के अदम्य साहस को स्मरण कर देश के लिए शहीद हुए बलिदानियो को श्रद्धांजलि अर्पित की और जोर देकर कहा की इस प्रकार के आयोजनों से देश के नागरिकों के बीच सेना के इतिहास और उनके गौरवान्वित करने वाले योद्धाओं को करने का मौका मिलता है हमें ऐसे समझ में प्रतिबद्धता के साथ भाग लेना चाहिए 16 दिसंबर 1971 को भारतीय सेना के अदम्य साहस, शौर्य और बलिदान के कारण भारतीय सेना ने पाकिस्तान 1971 भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को बड़ी हार का सामना करना पड़ा।

पूर्वी पाकिस्तान आजाद हो गया और बांग्लादेश के रूप में एक नया देश बना एवम 16 दिसंबर को ही पाकिस्तानी सेना के 93000 सैनिकों ने सरेंडर किया था। जिसको ढाका समर्पण के नाम से भी जाना जाता है इस युद्ध मे पाकिस्तान के 9000 सैनिक मारे गए एवम 25000 सैनिक घायल हुए।पूर्व सैनिक भाईयो भारत के 3847 जवान इस युद्ध मे शहीद हुए और 12000 जवान घायल हुए बैठक का संचालन शुरबीर खेतवाल के द्वारा किया गया
और बैठक मे मदन सिंह महासचिव, देवेंद्र रावत, उपाध्यक्ष, अनसुया सेमवाल, अनसुया प्रसाद, सुभाष कुकरेती, मेहरवान् सिंह, प्रमोद रावत, टाकुर सिंह, गोपाल सिंह नेगी, भारत सिंह नेगी, बलबीर सिंह नेगी, सुरेशपाल गुसाईं, गजेंद्र मोहन धस्माना, मोहन सिंह, जीत सिंह, प्रकाश रावत, प्रेम सिंह रावत, जनार्दन बुदाकोटी, इंदु डबराल, चित्रा देवी, विद्या देवी, सुनीता डबराल आदि उपस्थित थे।

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