रुद्रपुर – महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर सोमवार को एडविक हाईटेक प्राइवेट लिमिटेड, सिडकुल पंतनगर में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य महिलाओं को मानवाधिकारों, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और बाल विवाह से संबंधित कानूनों की जानकारी देना था।
कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी व्योमा जैन ने उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा और सम्मान लोकतंत्र की नींव है। उन्होंने मानव अधिकार, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम, 181 महिला हेल्पलाइन, मानव संसाधन (HR) नीतियों और बाल विवाह निषेध कानून की विस्तृत जानकारी दी।

जिला मिशन कोऑर्डिनेटर ईशु चंद्रा ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से बचाव के प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की और महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने की प्रेरणा दी।
वहीं, वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रशासक कविता बडोला ने घरेलू हिंसा निवारण अधिनियम और वन स्टॉप सेंटर की सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर सहायक निदेशक उद्योग केंद्र उधम सिंह नगर किरण गोस्वामी, बाल विकास परियोजना अधिकारी रुद्रपुर शहर आशा नेगी, प्रभारी आशा जोशी, जेंडर स्पेशलिस्ट कमला अधिकारी और जिला परियोजना सहायक मेघा यादव सहित विभाग से जुड़े कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला के दौरान महिलाओं को अपने अधिकारों के संरक्षण, कानूनी सहायता और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का समापन इस संदेश के साथ किया गया कि —
“हर महिला का सशक्तिकरण तभी संभव है जब उसे अपने अधिकारों की पूरी जानकारी हो और वह बेझिझक अपनी आवाज उठा सके।”

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