हल्द्वानी बस स्टेशन पर कर्मचारियों ने जताया आक्रोश, कहा — जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी, आंदोलन रहेगा जारी
हल्द्वानी, 16 अक्तूबर 2025 (संवाददाता) प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर गुरुवार को उत्तराखंड परिवहन निगम के कर्मचारियों ने हल्द्वानी बस स्टेशन पर प्रथम चरण का धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में कर्मचारी एकजुट होकर पहुंचे और अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने सरकार से शीघ्र समाधान की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि मांगे पूरी नहीं की गईं, तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा।

धरने में मौजूद कर्मचारियों ने कहा कि लंबे समय से वेतन भुगतान में देरी और निगम की आर्थिक स्थिति बिगड़ने के बावजूद शासन-प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। कर्मचारियों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि प्रांतीय नोटिस में उल्लिखित चारों बिंदुओं पर निर्धारित चरणबद्ध आंदोलन में वे तन-मन-धन से कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़े रहेंगे और प्रांतीय नेतृत्व द्वारा दिए गए सभी दिशा-निर्देशों का पूरी निष्ठा से पालन करेंगे।
कर्मचारियों ने बताया कि निगम की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और अवैध संचालन (डग्गामारी) के चलते परिवहन निगम का अस्तित्व ही संकट में पड़ गया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए तो निगम को बचाना मुश्किल हो जाएगा।
🔹 चार सूत्रीय मांगें
1️⃣ सितंबर 2025 का बकाया वेतन तत्काल कर्मचारियों को दिया जाए।
2️⃣ अनुबंध बस नीति को समाप्त कर निगम के स्वामित्व में बसें खरीदी जाएं।
3️⃣ अवैध संचालन (डग्गामारी) पर सख्त रोक लगाई जाए, जिससे निगम को होने वाले नुकसान पर अंकुश लगाया जा सके।
4️⃣ निगम कार्मिकों के वेतन का समानांतर्गत भुगतान सुनिश्चित किया जाए ताकि आर्थिक असंतुलन समाप्त हो सके।
धरना स्थल पर कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि सरकार कर्मचारियों की जायज़ मांगों को अनदेखा कर रही है, जबकि निगम को चलाने वाले वही कर्मचारी हैं जो कठिन परिस्थितियों में भी सेवा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का वेतन उनकी मेहनत का प्रतिफल है और इसे रोके रखना अनुचित है।
धरने में बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। उपस्थित कर्मचारियों में प्रमुख रूप से आन सिंह जीना, राजेंद्र सिंह नेगी, सुरेंद्र सिंह रावत (शाखा अध्यक्ष),तारा देवी (शाखा मंत्री), कौशल जोशी, राजीव भट्ट, दिनेश चंद्र भंडारी, उमेश चंद जोशी (क्षेत्रीय मंत्री), आनंदी शुक्ला, सरोजनी भट्ट, प्रकाश चंद्र, सुनील कश्यप, विजय कुमार, तरुण कुमार, बाला राम आर्य, नरेंद्र कुमार जोशी, शिवराम, सागर सिंह रौतेला, सुरेंद्र सिंह, उमेश चंद तिवारी, नरेश उपाध्याय, धर्मवीर सिंह, गिरीश दानी, संजीव कुमार, नितेश चौधरी, मोहन बोरा, अनिल शाह, जितेंद्र बिष्ट, सुरेंद्र कुमार, पंकज कुमार, रियाज अहमद, इदरीश खान, मो. इकरार, गंगाराम, अमित कुमार, लेखराज धर्मसत्तू, हेमंत टम्टा तथा फिरोज खान सहित अनेक कर्मचारी शामिल रहे।
धरने के अंत में कर्मचारियों ने कहा कि वेतन, अनुबंध नीति और अवैध संचालन पर रोक से संबंधित उनकी मांगें पूरी होने तक आंदोलन चरणबद्ध रूप से जारी रहेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि शासन ने शीघ्र कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो यह आंदोलन राज्यभर में व्यापक रूप धारण करेगा।

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