महापौर ने किया निरीक्षण, अप्रैल तक पूरा होगा निर्माण कार्य, पशुओं के संरक्षण के लिए मिलेंगी अत्याधुनिक सुविधाएं
रुद्रपुर– नगर निगम द्वारा शहर को आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में लंबाखेड़ा में बनाई जा रही गौशाला का महापौर विकास शर्मा ने पूर्व महापौर रामपाल सिंह और नगर निगम की टीम के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों को इसे जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। महापौर ने कहा कि यह गौशाला शहर में आवारा पशुओं के संरक्षण के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
5 एकड़ भूमि पर 4.9 करोड़ रुपये की लागत से बन रही गौशाला
नगर निगम द्वारा 5 एकड़ भूमि पर 4.9 करोड़ रुपये की लागत से इस गौशाला का निर्माण कराया जा रहा है। महापौर ने बताया कि वर्तमान में गौशाला की चारदीवारी का निर्माण पूरा हो चुका है। इसमें पशुओं के रहने के लिए पर्याप्त जगह होगी और उनके लिए विशेष सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। पशुओं को पौष्टिक चारा उपलब्ध कराने के लिए अलग से भंडारण क्षेत्र बनाया जा रहा है, जिससे उन्हें उचित पोषण मिल सके।
गौशाला में मिलेंगी अत्याधुनिक सुविधाएं
गौशाला को पशुओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। यहां बीमार पशुओं के इलाज के लिए एक विशेष चिकित्सा कक्ष बनाया जा रहा है, जहां पशु चिकित्सक उनकी देखभाल करेंगे। इसके अलावा, स्वच्छ पानी और उचित जल निकासी की भी व्यवस्था की जाएगी, जिससे गौशाला का वातावरण स्वच्छ और स्वास्थ्यकर बना रहे।
अप्रैल तक पूरा होगा निर्माण, मिलेगा स्थायी समाधान
महापौर विकास शर्मा ने बताया कि गौशाला के निर्माण कार्य को युद्धस्तर पर पूरा किया जा रहा है और संभवतः अप्रैल माह तक इसका काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद शहर में आवारा घूमने वाले गौवंशीय पशुओं को इस गौशाला में रखा जाएगा, जिससे शहर की सड़कों पर पशुओं की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं और यातायात समस्याओं से राहत मिलेगी।
पशु छोड़ने वालों पर होगी सख्ती, नगर निगम करेगा सख्त कार्रवाई
महापौर ने स्पष्ट किया कि जो लोग अपने पशुओं को खुला छोड़ देते हैं, उनके खिलाफ नगर निगम सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि पशुपालकों को अपने दायित्वों का पालन करना चाहिए और अपने पशुओं को सड़कों पर छोड़ने की प्रवृत्ति पर रोक लगानी होगी। नगर निगम की टीम ऐसे पशुपालकों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई भी करेगी।
डेयरी प्लांट लगाने पर विचार, गौशाला से नगर निगम की आय भी होगी बढ़ी
महापौर विकास शर्मा ने यह भी बताया कि भविष्य में नगर निगम गौशाला के साथ डेयरी प्लांट लगाने पर भी विचार कर रहा है। इससे जहां गौवंशीय पशुओं को बेहतर संरक्षण मिलेगा, वहीं नगर निगम की आय भी बढ़ाई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे और शहर में दुग्ध उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा।
गौवंशीय पशुओं के संरक्षण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
महापौर ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार गौवंशीय पशुओं के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। इसी के तहत गौशालाओं के निर्माण को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि गाय हिंदू धर्म में पूजनीय मानी जाती है, इसलिए उनके संरक्षण और संवर्धन के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
निरीक्षण के दौरान कई अधिकारी और गणमान्य लोग रहे मौजूद
गौशाला निरीक्षण के दौरान मुख्य नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल, वरिष्ठ वित्त अधिकारी जुबक मोहन सवक्सेना, अधिशासी अभियंता सौरभ, बाबा गुरमीत सिंह, सुनील ठुकराल, पारस चुघ, पवन राणा, जगदीश सुखीजा, अंति सिंह, जितेंद्र संधू समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। महापौर ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौशाला निर्माण कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए और इसे निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा किया जाए।
नगर निगम की इस पहल से न केवल शहर को आवारा पशुओं की समस्या से राहत मिलेगी, बल्कि पशुओं को भी एक सुरक्षित और संरक्षित वातावरण मिलेगा। यह परियोजना रुद्रपुर के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

