Breaking News

BIG BREAKING: सुप्रीम कोर्ट में हल्द्वानी बनभूलपुरा मामला फिर टला, अब 16 दिसंबर को होगी सुनवाई सुरक्षा व्यवस्था बनी कड़ी…. रुद्रपुर: डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने किया न्यायालय का वार्षिक निरीक्षण, पत्रावलियों को सुव्यवस्थित रखने के निर्देश…. रुद्रपुर: युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल तेज़ वीर चंद्र सिंह गढ़वाली व होमस्टे योजना के आवेदकों के साक्षात्कार संपन्न…. रुद्रपुर: मानवाधिकार दिवस पर महिलाओं को मिली जागरूकता की शक्ति, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से बचाव पर खास सत्र…. धामी कैबिनेट के ऐतिहासिक फैसले: नैनी सैनी एयरपोर्ट अब AAI के हवाले, किसानों से लेकर कारोबार तक…. उत्तराखंड को केंद्र से 1700 करोड़ की सौगात ग्रामीण सड़कों से विकास को मिलेगी नई रफ्तार….

19 जुलाई 1827 – अमर बलिदानी भारत माता के महान सपूत मङ्गल पाण्डेय की जन्म जयन्ती पर कोटिशः नमन…..

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

ख़बर शेयर करें -

बैरकपुर की 24 नम्बर पलटन में मंगल पांडेय तैनात थे। कारतूसों में चर्बी की बात जंगल की आग की तरह फैल गई थी। अंग्रेजों के विरुद्ध रोष की लहर चल रही थी। 27 फरवरी 1857 बरहमपुर की 19 नंबर की पलटन ने नए कारतूस लेने से मना कर दिया। कर्नल मिचेल ने धमकी दी कि अगर सैनिक कारतूसों का प्रयोग नहीं करेंगे तो उन्हें वर्मा या चीन भेज दिया जाएगा।

 

29 मार्च 1857 एक हाथ में तलवार व दूसरे हाथ में बंदूक लेकर वे बाहर निकले और अन्य सिपाहियों को धर्म युद्ध में शामिल होने का आह्वान करने लगे। पता लगते ही मेजर ह्यूसन वहां आ गया। उसने सामने खड़े सैनिकों को आज्ञा दी मंगल पांडे को गिरफ्तार करें पर कोई आगे नहीं बढ़ा। मंगल पांडे ने निशाना साध कर 1857 की क्रांति की पहली गोली मेजर ह्यूसन पर चला दी और क्रांति की वेदी पर पहली बलि चढ़ गई।

और पढ़ें

error: Content is protected !!