हल्द्वानी- हल्द्वानी शहर के सिंधी चौराहा के पास सिलिंडर गिरने से किच्छा के इलेक्ट्रीशियन लालता प्रसाद की मौत के मामले के आरोपियों को पुलिस शुक्रवार को भी पकड़ नहीं सकी। बृहस्पतिवार को घटना के बाद गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा होने पर पुलिस एफआईआर जरूरी बता रही थी, मगर अगले दिन भी ढिलाई बरती। लालता प्रसाद अपने एक साथी के साथ स्टैंडर्ड स्वीट्स हाउस की दुकान का एसी ठीक करने आए थे। मरम्मत करने के बाद वह जा ही रहे थे तभी गली में उनके ऊपर गैस सिलिंडर गिर गया था।
पुलिंग सिस्टम से दूसरी मंजिल पर गोदाम में ले जाया जा रहा सिलिंडर चेन टूटने से गिरा। इससे लालता प्रसाद के सिर के चिथड़े होकर सड़क पर फैल गए थे। मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। हालांकि सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया और वहीं मृत घोषित किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार के लोग अस्पताल पहुंच गए थे। दो परिवारों की जिम्मेदारी संभालने वाले लालता प्रसाद की मौत से बुरी तरह टूटे परिजनों ने जिम्मेदारों की गिरफ्तारी की मांग की। इसे लेकर काफी हंगामा हुआ।

तब पुलिस ने लालता प्रसाद के एक रिश्तेदार को खींचकर ले जाते हुए कहा था कि चलकर पहले एफआईआर कराओ, तब गिरफ्तारी होगी। बाद में शाम को गैर इरादतन हत्या की धारा में मामला दर्ज भी कर लिया गया था। इसमें स्वीट हाउस के मालिक और कर्मचारियों को अभियुक्त बनाया गया, हालांकि नाम नहीं खोले गए। अब रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद शुक्रवार को भी पुलिस अभियुक्तों तक नहीं पहुंच सकी। वहीं स्वीट हाउस में पहले के दिनों की तरह कामकाज हुआ। पुलिस का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव को लेकर बवाल के चलते व्यस्तता रही।
साथ ही कहा कि विवेचना की जा रही है, उसके बाद कार्रवाई होगी। बताया लालता प्रसाद की पत्नी मीनाक्षी को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था, लेकिन सदमे के कारण वह आने की स्थिति में नहीं थीं।

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