काशीपुर – (सुनील शर्मा) राज्य की भाजपा सरकार की घोर उपेक्षा के चलते आशा हड़ताल और धरना बाइसवें दिन भी जारी रहा। उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की ओर से कहा गया कि, “देहरादून में विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है। आशाओं को काम करते हुए पन्द्रह सालों बाद भी मासिक वेतन क्यों नहीं दिया जा रहा है, यह शोषण की व्यवस्था कब तक चलेगी विधानसभा में इसका जवाब सरकार को देना चाहिए।” बयान में कहा गया कि, “सभी विधायक आशाओं के शोषण का सवाल विधानसभा में उठाएं और आशाओं को मासिक वेतन फिक्स करने की मांग करें। वैसे भी आशा वर्कर्स ने सभी पक्ष-विपक्ष के विधायकों को अपना मांग पत्र लिखकर दिया है। विधायकों ने भी विधानसभा में मुखर होकर आशाओं की बात रखने का वायदा किया है। यदि विधायकों द्वारा वादाखिलाफी की गई तो विधानसभा सत्र के पश्चात क्षेत्र में आने पर उनसे जवाब तलब किया जायेगा।”

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