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हाई कोर्ट नैनीताल के फटकार के बाद भी कंपनी प्रबंधन ने जारी रखी मशीनों को चोरी चुपके से बाहर निकालने की गतिविधियां…

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रुद्रपुर-नित नए नियम व कानून बनाकर प्रोडक्शन फ्लोर में कार्यरत श्रमिकों को कंपनी प्रबंधक द्वारा किया जा रहा है प्रताड़ित, नहीं थम रहा है मजदूर शोषण । ज्ञात हो कि 16 अगस्त 2021 से इन्टरार्क मजदूर संगठन सिडकुल पंतनगर एवं किच्छा में मजदूर संगठनों द्वारा अपनी वैधानिक मांगो एवं मजदूर शोषण के विरुद्ध धरना प्रदर्शन जारी है कंपनी प्रबंधक की हठधर्मिता के कारण अभी तक मजदूरों को उनके हक एवं अधिकार के तहत सम्मानजनक समझौता नहीं मिला है जिससे मजदूरों में काफी असंतोष है।

 

इसी क्रम मे कल दिनाँक 22/08/2022 को हाई कोर्ट नैनीताल में एक याचिका की सुनवाई के दौरान कंपनी प्रबंधन पक्ष को न्यायाधीश महोदय द्वारा कड़ी फटकार का सामना करना पड़ा एवं उनके द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए कि मजदूरों से बैठकर आपसी मतभेद को दूर करते हुए समस्याओं का समाधान करें लेकिन प्रबंधक इसके उलट मनमर्जी करते हुए मजदूरों को चिढ़ाने व उकसाने की कार्यवाही लगातार कर रहा है ।

 

हाईकोर्ट से मशीनों को बाहर निकालने की परमिशन न मिलने के बाद भी कल किच्छा प्लांट में एक बार फिर से मशीनों को ट्रेलर पर लोड किया गया ।जिससे कंपनी प्रबंधक की हठधर्मिता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है । और कंपनी प्रबंधक का दिया संदेश दिखाई देता है कि हाई कोर्ट नैनीताल से भी बड़ा उनका गुरुर है , जो की किसी भी नियम कानून को मानने से परहेज रखता है ।

 

 

इसके अलावा पंतनगर एवं किच्छा प्लांट में कंपनी प्रबंधक द्वारा श्रमिकों का शोषण एवं उत्पीड़न लगातार जारी है । परिसर के भीतर कार्यरत श्रमिकों के ऊपर नए नए नियम व कानून रोज थोपे जा रहे हैं । जोकि अन्याय पूर्ण और अमानवीय हैं ।शाम को द्वेष पूर्ण भावना के तहत बनाए गए नियम दूसरे दिन सुबह को लागू कर दिए जाते हैं ।जोकि काफी परेशान करने वाले साबित हो रहे हैं ।

 

श्रमिकों के पानी पीने, वॉशरूम जाने एवं लंच करने की तमाम प्रक्रियाओं में जटिलता पूर्ण नियम कानून को समायोजित किया जा रहा है ।जिससे श्रमिकों में भय का माहौल पैदा हो रहा है ।कंपनी प्रबंधक द्वारा मनमर्जी करते हुए श्रमिकों को लगातार यूनियन छोड़ने की धमकी व झूठे आरोपों को लगाकर कंपनी परिसर से बाहर कर देने की धमकी लगातार दी जा रही है ।जिससे मजदूरों में आक्रोश ब्याप्त हो रहा है ।आने वाले समय में मजदूरों के पास समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन को उग्र बनाना ,

 

मजदूर किसान महापंचायत, जैसे अन्य विकल्पों के साथ आगे बढ़ना तय है ।एवं यही एकमात्र विकल्प है जिसकी तैयारी जोरों शोरों पर जारी है ।और समय के साथ चीजें सामने रख दी जाएंगी ।धरना स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए मजदूर नेताओं द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि कंपनी प्रबंधक के किसी भी बर्ताव से मजदूर डरने वाले नहीं है । और अपने हक व अधिकारों की लड़ाई को जीत कर रहेंगे।

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