Breaking News

उत्तराखंड में चिकित्सा शिक्षा को नई उड़ान सीएम धामी ने 142 असिस्टेंट प्रोफेसरों को दी नियुक्ति, बोले “हर जिले में होगा मेडिकल कॉलेज”…. कृषि से रक्षा तक, युवा तकनीक से रचेंगे नए भारत की कहानी IIT रुड़की में शुरू हुआ स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2025…. सीएम धामी बोले – सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अब “सोशल चेंज मेकर्स”, समाज में ला सकते हैं बड़ा बदलाव…. देहरादून में नर्सिंग भर्ती विवाद ने पकड़ा तूल महिला कॉन्स्टेबल का प्रदर्शनकारी नर्सिंग अधिकारी पर थप्पड़, वीडियो वायरल…. हाईकोर्ट की फटकार: सूखाताल झील सौंदर्यीकरण में देरी क्यों? तीन महीने में रिपोर्ट न देने पर DDA को लगाई लताड़…. उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं पर हाईकोर्ट का बड़ा एक्शन एक सप्ताह में सरकार से मांगी प्रगति रिपोर्ट….

बनभूलपुरा हिंसा मामले में हाई कोर्ट की सख्त टिप्पणी_आशियाने तोड़े जा रहे हैं यह कैसी इंसानियत, DM और SSP से मांगा जवाब…….

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी- उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा में सरकारी भूमि पर निर्मित मस्जिद और स्कूल हटाने के दौरान हुई घटना में दो लोगों की मौत और घायलों को मुआवजा देने के मामले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की रिपोर्ट के आधार पर स्वतः संज्ञान लेते हुए जनहित सुनवाई की। मुख्य न्यायधीश रितु बाहरी और न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की खण्डपीठ ने नैनीताल की जिलाधिकारी से जवाब पेश करने को कहा है।

 

न्यायालय ने यह भी बताने को कहा है कि वो अधिकारी कौन थे जिन्होंने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के बावजूद बिजली, पानी और राशन कार्ड जारी किए ? उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया गया ? अब जब उन्हें वहां रहते हुए कई दशक हो गए हैं तब उनके आशयाने तोड़े जा रहे हजन। ये कैसी इंसानियत है ? मामले के अनुसार, उच्च न्यायलय ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के 19 फरवरी 2024 के पत्र का स्वतः संज्ञान लिया। इस मामले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पास घटना के दौरान मृत और घायलों को मुआवजा देने के प्रार्थनापत्र दिए गए थे।

 

उसमें कहा गया था कि घटना के समय दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि दो लोगों को गम्भीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना के बाद दोनों मृतकों के परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया, लिहाजा उनके परिजनों को सरकार की 2020 नियमावली के अंतर्गत मुआजा दिया जाए। गम्भीर रूप से घायल लोगों को भी मुआवजा मिले। खंडपीठ ने नैनीताल के जिलाधकारी और एस.एस.पी.को जवाब देने के निर्देश दिए हैं।

 

और पढ़ें

error: Content is protected !!