Breaking News

नैनीताल राजभवन के 125 वर्ष पूर्ण — राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने की वर्चुअल टूर की शुरुआत….

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

ख़बर शेयर करें -

लोग घर बैठे देख सकेंगे राजभवन की ऐतिहासिक विरासत और स्थापत्य सौंदर्य

 

नैनीताल। उत्तराखण्ड के ऐतिहासिक राजभवन नैनीताल के 125 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह की शोभा राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने बढ़ाई। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने राजभवन नैनीताल के वर्चुअल टूर का लोकार्पण किया, जिससे आम नागरिक अब राजभवन की स्थापत्य कला, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व का डिजिटल अनुभव ले सकेंगे। यह वर्चुअल टूर राजभवन की वेबसाइट governoruk.gov.in पर उपलब्ध रहेगा।

समारोह के दौरान राजभवन नैनीताल पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई, जिसने दर्शकों को भवन की गौरवशाली विरासत, स्थापत्य विशेषताओं और राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से अवगत कराया।

राष्ट्रपति बोलीं — राजभवन लोकतांत्रिक व्यवस्था का प्रतीक

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि जैसे राष्ट्रपति भवन स्वतंत्र भारत के गणराज्य का प्रतीक है, उसी प्रकार राज्यों में स्थित राजभवन लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल राज्य के संवैधानिक प्रमुख हैं, और संविधान निर्माताओं ने उनके अधिकारों एवं कर्तव्यों को गंभीर विचार-विमर्श के बाद निर्धारित किया था।

उन्होंने यह भी कहा कि “राज्य की जनता राजभवन को एक सम्मानित स्थान के रूप में देखती है, इसलिए राज्यपाल कार्यालय से जुड़े सभी अधिकारियों को सरलता, विनम्रता, नैतिकता और संवेदनशीलता का पालन करना चाहिए।”

राष्ट्रपति ने उत्तराखण्ड की निरंतर प्रगति और समृद्धि की सराहना करते हुए विश्वास जताया कि राज्यपाल और उनकी टीम राज्य के नागरिकों को प्रेरणा देती रहेगी तथा उत्तराखण्ड विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा।

राज्यपाल ने कहा – डिजिटल इंडिया का उत्कृष्ट उदाहरण है वर्चुअल टूर

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का नैनीताल राजभवन में प्रथम आगमन पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राजभवन के 125 वर्ष पूरे होने का यह अवसर अतीत की गौरवगाथा, वर्तमान की सृजनशीलता और भविष्य की प्रेरणा का संगम है।

राज्यपाल ने कहा कि “राजभवन का 3-डी वर्चुअल टूर डिजिटल इंडिया के विजन का उत्कृष्ट उदाहरण है, जहाँ तकनीक संस्कृति और विरासत के संरक्षण का सशक्त माध्यम बन रही है।”

उन्होंने यह भी कहा कि राजभवन पर आधारित लघु फिल्म परंपरा, स्थापत्य और प्रकृति के संतुलन का प्रेरणादायक संदेश देती है।

लोक संस्कृति ने बांधा समां

समारोह में उत्तराखण्ड की समृद्ध लोक संस्कृति पर आधारित मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें लोकनृत्य और लोकगीतों के माध्यम से राज्य की सांस्कृतिक विविधता की सुंदर झलक देखने को मिली।

राज्यपाल सचिव रविनाथ रामन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।

कार्यक्रम में उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी. नरेन्द्र, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत (मुख्यमंत्री प्रतिनिधि), न्यायमूर्ति मनोज तिवारी, महाधिवक्ता एस.एन. बाबुलकर, विधि परामर्शी कौशल किशोर शुक्ल, कुमाऊँ मंडल आयुक्त दीपक रावत, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव रीना जोशी, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल, एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टी.सी. सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

और पढ़ें

error: Content is protected !!