Breaking News

उत्तराखंड में चिकित्सा शिक्षा को नई उड़ान सीएम धामी ने 142 असिस्टेंट प्रोफेसरों को दी नियुक्ति, बोले “हर जिले में होगा मेडिकल कॉलेज”…. कृषि से रक्षा तक, युवा तकनीक से रचेंगे नए भारत की कहानी IIT रुड़की में शुरू हुआ स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2025…. सीएम धामी बोले – सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अब “सोशल चेंज मेकर्स”, समाज में ला सकते हैं बड़ा बदलाव…. देहरादून में नर्सिंग भर्ती विवाद ने पकड़ा तूल महिला कॉन्स्टेबल का प्रदर्शनकारी नर्सिंग अधिकारी पर थप्पड़, वीडियो वायरल…. हाईकोर्ट की फटकार: सूखाताल झील सौंदर्यीकरण में देरी क्यों? तीन महीने में रिपोर्ट न देने पर DDA को लगाई लताड़…. उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं पर हाईकोर्ट का बड़ा एक्शन एक सप्ताह में सरकार से मांगी प्रगति रिपोर्ट….

लालकुआं बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाए जाने की मांग को लेकर हज़ारों लोगों ने निकाला जुलुस……..

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

ख़बर शेयर करें -

लालकुआं:- लालकुआं बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाए जाने की मांग और अतिक्रमण की सूची से बाहर किए जाने की मांग को लेकर हजारों की संख्या में जनसैलाब सड़कों पर उमड़ा जिसमें प्रदर्शन कर रहे लोगो ने राजस्व गांव बनाये जाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा। यहां बिन्दुखत्ता स्थित काररोड़ समीप जड़ सेक्टर स्कूल में एकत्रित हुए हजारों लोगों ने एक ही सुर में राज्य सरकार से जल्द से जल्द बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की मांग की इस दौरान हजारों की संख्या में लोगों ने जड़ सेक्टर से लालकुआ तहसील कार्यालय तक जुलुस निकाला

 

जिसके बाद तहसील पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने उप जिलाधिकारी मनीष कुमार सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। इस दौरान एक सभा का आयोजन भी किया गया जिसमें वक्ताओं ने कहा कि बिन्दूखत्ता के लोग पिछले लम्बे समय से निवास करते आ रहे हैं तथा बिन्दुखत्ता में अधिकतर निवास करने वाले पूर्व सैनिकों के परिवार है उन्होंने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन वाली सरकार है फिर भी बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव का दर्जा नहीं दिया जा रहा है।

 

उन्होंने स्थानीय भाजपा नेताओं पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार के जनप्रतिनिधि जनता को गुमराह कर रहे है तथा चुनाव नजदीक आते ही भाजपा को बिन्दूखत्ता को राजस्व गांव की याद आती है उन्होंने कहा कि एक और राज्य सरकार बिन्दुखत्ता को अतिक्रमणकारी बताये हुए उसे उजाड़ने की साज़िश रच रही है

 

तो वहीं दुसरी और भाजपा सरकार के नेता बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव बनाने के खोखले दावे कर रहे हैं जिनका सच जनता के सामने आ गया है।उन्होंने कहा कि अभी तो यहां अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव का दर्जा नहीं दिया गया तो बिन्दुखत्ता वासियों द्वारा और उग्र आंदोलन किया जाएगा।

और पढ़ें

error: Content is protected !!