उत्तराखण्ड काशीपुर

काशीपुर एसएसपी मंजूनाथ टी सी ने पहुंचकर व्यापारियों को दिया हरसंभव सुरक्षा का आश्वासन..

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काशीपुर में बीते रोज तीन सर्राफा कारोबारियों से तीन अलग अलग फोन कॉल्स के जरिये डेढ़ करोड़ की रंगदारी की धमकी मिलने के बाद ऊधम सिंह नगर पुलिस सक्रिय हो गयी है। शाम जिले के पुलिस कप्तान ने काशीपुर पहुँचकर व्यापारियों को हरसंभव सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए कहा कि धमकी भरी कॉल करने वालों को ट्रैक करने का कारण है

 

 

 

 

सलाखों के पीछे करने के लिए एसटीएफ के साथ-साथ निकटवर्ती राज्यों की  पुलिस की मदद ली जा रही है। आपको बतादे कि बीते रोज दोपहर बाद काशीपुर के तीन अलग अलग सर्राफा कारोबारियों को एक के बाद एक कॉल के जरिये कुल डेढ़ करोड़ रूपये की रंगदारी मांगी गयी। यह रंगदारी गोल्डी बरार और लॉरेंस विश्नोई गैंग के नाम पर मांगी गई थी।

 

 

 

पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए हालांकि पुलिस ने तुरंत ही मुकदमा पंजीकृत करते हुए तीनों सर्राफा व्यवसायियों को सुरक्षा मुहैया करा दी थी। फोन कॉल के जरिये आनन्द ज्वेलर्स के स्वामी विवेक वर्मा को मोबाइल पर धमकी देने वाले ने कहा कि वह पंजाब से बोल रहा है। लॉरेंस विश्नोई का आदमी है शाम तक 30 लाख का इन्तजाम कर दो नही तो गोली खाने को तैयार रहो।

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उधर गुरु ज्वेलर्स के स्वामी पुरषोत्तम वर्मा को भी उसी नम्बर से आई कॉल, मोबाइल करने वाले नें अपना नाम गोल्डी बरार बताया व 50 लाख की रंगदारी मांगी। उधर अशोक ज्वेलर्स के स्वामी गौरव अग्रवाल को भी उसी नम्बर से आई कॉल बोला मोगा जेल से बोल रहा हूँ 50 लाख तैयार रखो।

 

 

 

 

पुरषोत्तम वर्मा नामक व्यापारी का काशीपुर के मुख्य बाजार में आभूषण का प्रतिष्ठान है। शख्स ने 2-2 घंटे के अंतराल पर तीन अलग अलग सर्राफा कारोबारियों को फोन किया। शख्स ने खुद को गोल्डी बरार नामक शख्स बताते हुए 50-50 लाख की सभी से रंगदारी  मांगी। रंगदारी नहीं देने पर तीनों को पूरे परिवार सहित जान से मारने की धमकी दी थी।

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 पूरे मामले में गंभीरता के मद्देनजर नगर निगम में एक मंथन बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिले के पुलिस कप्तान डॉ. मंजूनाथ टिसि के साथ साथ काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, नगर निगम मेयर ऊषा चौधरी समेत पीड़ित व्यापारियों के साथ-साथ अन्य व्यापारियों ने भी प्रतिभाग किया।

 

 

 

बैठक के दौरान काशीपुर के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में गुंडातत्वों को मिलने वाला राजनैतिक संरक्षण खत्म हो गया था। उन्होंने कहा कि पुलिस बहुत ही जल्द पूरे मामले में कॉल करने वालों को ट्रेस कर लेगी।

 

 

 

 

जिले के पुलिस कप्तान ने काशीपुर पहुंचकर जहां मामले के जल्द खुलासे का विश्वास दिलाते हुए   व्यापारियों को सुरक्षा उपलब्ध करा दी हैं। वहीं पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा कि काशीपुर पहुंचे जिले के पुलिस कप्तान में व्यापारियों से शहर के महत्वपूर्ण चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने का भी सुझाव दिया है जिसका कि कंट्रोल रूम पुलिस के पास रहेगा।

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वही काशीपुर पहुंचे जिले के पुलिस कप्तान डॉक्टर मंजूनाथ टिसि ने  व्यापारियों को हरसंभव सुरक्षा का भरोसा दिलाया साथ ही उन्होंने कहा एक ही नंबर से 3 सर्राफा व्यवसायियों को कॉल आना संदेह पैदा करता है

 

 

 

 

लेकिन पुलिस मामले को लेकर गंभीर है और विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के बाद कॉल करने वाले कॉलर को ट्रेस कर जल्द पकड़ने की बात कह रही है।

 

 

 

 

जिसके लिए एसटीएफ और इन एजेंसियों के साथ-साथ निकटवर्ती राज्यों की पुलिस की भी मदद ली जा रही है। वह  मामले में लॉरेंस बिश्नोई गैंग तथा गोल्डी बरार के नामों से रंगदारी मांगने वाले सवाल के जवाब से बचते नजर आए।

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