हल्द्वानी। ऊधम सिंह नगर जिले में जीएसटी चोरी का खेल खुलेआम चल रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय आंख मूंदे बैठे हैं। जीएसटी टैक्स चोरी का माल लाने वाले वाहनों पर लगातार शिकायतें दर्ज होने के बावजूद विभाग के अफसर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। इससे भ्रष्टाचार और माफिया-अधिकारी गठजोड़ की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में एक वाहन द्वारा टैक्स चोरी का माल लाए जाने की सूचना विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक व्हाट्सएप, फोन कॉल और लिखित रूप में दी गई, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि सूचना देने के बावजूद विभाग पूरी तरह निष्क्रिय बना रहा। इतना ही नहीं, कुछ समय बाद वही वाहन ट्रांसपोर्ट नगर में खुलेआम माल उतारते हुए देखा गया, जहां मौजूद लोगों ने पूरी घटना का वीडियो और फोटो प्रमाण के रूप में तैयार कर भेजा, फिर भी कार्रवाई नहीं की गई।

शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी कोई जांच नहीं की गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि या तो विभागीय अधिकारी माफिया के दबाव में हैं या फिर स्वयं इस नेटवर्क का हिस्सा बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति चोरी के इस खेल को उजागर करने की कोशिश करता है, तो उसकी शिकायतें कागजों में ही दबा दी जाती हैं।
जानकारी के मुताबिक, अब इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की गई है, ताकि उच्च स्तर से जांच हो सके और यह पता चल सके कि आखिर क्यों जीएसटी चोरी का माल लाने वाले वाहन बिना रोक-टोक के राज्य की सीमाओं से गुजर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि यदि सरकार और विभाग ने इस पर सख्त कदम नहीं उठाए, तो यह टैक्स चोरी का सिंडिकेट और भी मजबूत हो जाएगा और ईमानदार व्यापारियों के हितों पर कुठाराघात होगा।
प्रदेशवासियों की मांग है कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच टीम गठित कर दोषी अधिकारियों पर निलंबन और कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी इस तरह की लापरवाही करने से पहले सौ बार सोचने को मजबूर हो।

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