उत्तराखण्ड ज़रा हटके रुद्रपुर

कांग्रेसियों ने किया नगर निगम और मेयर के खिलाफ प्रदर्शन,ज़िलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन…. 

ख़बर शेयर करें -

45 टेण्डरों पर कार्य न करवाकर अपनी मर्जी से कार्य कर रहे है मेयर और नगर निगम

रूद्रपुर- नगर निगम प्रशासन और मेयर के खिलाफ कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और ज़िलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अनियमितताओं और मनमानी की निष्पक्ष जांच की मांग की।कार्यवाहक महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने नगर निगम के खिलाफ कलेक्टेट में नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया और ज़िलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सीपी शर्मा ने कहा कि नगर निगम बोर्ड द्वारा पारित प्रस्तावों को पूल के जरिये टेन्डर वितरण कर अपने चहेते ठेकेदारों भाजपा समर्पित ठेकेदारों को कार्य दिया जा रहा है। साथ ही कहा कि जिन कालोनियों में इंजीनियरों द्वारा सड़कें नालियों आदि का निर्माण कराया जाना था उनमें मेयर ने अपना निजी हित लाभ लेने के उद्देश्य से काम का गोलमाल कर उन कालानियों में सड़कों और  नालियों का निर्माण कराया जा रहा है। मेयर अपने चहेते ठेकेदारों का भुगतान करा रहे हैं जबकि कांग्रेस समर्पित ठेकेदारों के लिए बजट न होने का बहाना कर उन्हे भुगतान नहीं कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  सरस्वती शिशु विद्या मंदिर कनिष्ठ और द्वितीय दिवस पर सम्पन्न हुई वरिष्ठ वर्ग की प्रतियोगिताएं……

 

कांग्रेसियों ने कहा कि नगर निगम ने 45 टेण्डरों को पूल के जरिये अपने चहेते ठेकेदारों को कार्य दिये गये हैं जो कि टेण्डर नियमों और शर्तों के विपरीत है। मेयर अपने चहेते ठकेदारों को काम देकर आवंटित धन का दुरूपयोग कर रहे हैं। नगर निगम क्षेत्रन्तर्गत कई कालोनियो में जो विकास कार्य किये जा रहे हैं उन कालोनियों में समितियाँ बनाकर विकास शुल्क कालानी वालों से वसूला जाता है और विकास कार्य किन मुदो में खर्च होता है उसका कुछ पता नहीं। जबकि सड़कें, नालियां बिजली की समुचित व्यवस्था करने की जिम्मेदारी नगर निगम की होगी। इस तरह से सम्पूर्ण नगर निगम क्षेत्र में करोड़ों रूपयों का गोल माल हो रहा है। मलिन बस्तियाँ मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।

यह भी पढ़ें 👉  दिल्ली पब्लिक स्कूल हल्द्वानी , में गुरु नानक जयंती के उपलक्ष्य में धूमधाम से कार्यक्रम आयोजित........

 

कांग्रेसियों ने कहा कि मेयर बिना कोरम पूरा किये ही बोर्ड की मीटिंग में प्रस्तावों को पारित करा रहे हैं। काग्रेस समर्थित पार्षदों को बोर्ड की मीटिंग में बोलने का मौका भी नहीं दिया जाता। बोर्ड में पूर्व में पारित 45 टेण्डरों पर कार्य न करवाकर अपनी मनमर्जी से कार्य कराये जा रहे हैं। कांग्रेसियों ने डीएम को सौंपे ज्ञापन में मेयर की कार्य शैली और बोर्ड में पारित प्रस्तावों की निष्पक्ष जाँच कर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो निगम के खिलाफ आंदोलन तेज किया जायेगा। विरोध प्रदर्शन में पार्षद मोनू निषाद, मोहन खेड़ा, सुनील आर्या, गोपाल भसीन, गोला, बाबू, सुशील मण्डल, सतीश, मोहन भारद्वाज,मानस बैरागी, प्रीति साना आदि सहित कई कांग्रेसी थे।

Leave a Reply