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नन्ही वैदेही ने गाया महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम्, सीएम धामी हुए मंत्रमुग्ध, पीएम मोदी से मिलवाने का किया वादा….

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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने एक नन्ही बच्ची द्वारा गाए गए महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस छोटी सी बच्ची का नाम वैदेही बताया जा रहा है, जिसने अपने मधुर स्वर और उत्कृष्ट उच्चारण से हर किसी का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री धामी भी उसकी प्रस्तुति से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने वैदेही को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलवाने का वादा किया।

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् ने जीता हर दिल

वैदेही जब ध्यानमग्न होकर अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते…” का गान करने लगी, तो वहां मौजूद सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए। मुख्यमंत्री धामी खुद इस बच्ची के गायन से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने तुरंत उसे सम्मानित किया। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को खूब सराहा जा रहा है और लोग वैदेही की प्रतिभा की प्रशंसा कर रहे हैं।

वैदेही को सीएम ने दिया उपहार, पीएम मोदी से मिलवाने का किया वादा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वैदेही की प्रतिभा को देखते हुए उसे उपहार भेंट किया और उसकी सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि वे इस नन्हीं बच्ची को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलवाने का प्रयास करेंगे। यह खबर सामने आने के बाद से लोग इस पहल की जमकर तारीफ कर रहे हैं।

आदि शंकराचार्य द्वारा रचित स्तोत्र का अद्भुत गायन

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् एक प्राचीन और अत्यंत पवित्र स्तोत्र है, जिसे आदि शंकराचार्य जी ने रचा था। यह स्तोत्र देवी दुर्गा की महिमा का गुणगान करता है और इसे सुनना और गाना दोनों ही अत्यंत शुभ माना जाता है। वैदेही जैसी नन्हीं बच्ची द्वारा इतने कठिन स्तोत्र का शुद्ध उच्चारण और गान करना उसकी अद्भुत प्रतिभा और भारतीय संस्कृति के प्रति उसकी गहरी रुचि को दर्शाता है।

सोशल मीडिया पर हो रही जमकर तारीफ

वैदेही का यह वीडियो वायरल होते ही लोग उसकी सराहना करते नहीं थक रहे हैं। कई यूजर्स ने उसे देवी का अवतार बताया, तो कई ने इसे भारतीय संस्कृति और परंपराओं की ताकत करार दिया। इस वीडियो को देखकर देशभर के लोग इस नन्हीं बच्ची की भूरि-भूरि प्रशंसा कर रहे हैं।

संस्कृति और संस्कारों की सजीव झलक

वैदेही की यह प्रस्तुति भारतीय संस्कृति की समृद्धता और नई पीढ़ी में इसकी गहरी पकड़ को दर्शाती है। यह घटना न केवल एक प्रेरणा है, बल्कि यह भी प्रमाणित करती है कि यदि बच्चों को सही मार्गदर्शन मिले तो वे अपनी संस्कृति को गर्व से अपनाकर दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं।

अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि क्या सच में वैदेही को प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का अवसर मिलेगा। अगर ऐसा हुआ, तो यह न केवल वैदेही के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात होगी।

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