कांग्रेस ने ‘जय हिंद सभा’ में केंद्र सरकार की विदेश नीति और सीजफायर निर्णय पर उठाए सवाल….

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हल्द्वानी – हल्द्वानी में आयोजित ‘जय हिंद सभा’ में कांग्रेस ने केंद्र सरकार की विदेश नीति और हालिया सीजफायर निर्णय पर गंभीर सवाल उठाए। पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल (रि.) रोहित चौधरी ने पहलगाम आतंकी हमले को गृह मंत्रालय की विफलता करार दिया और कहा कि आतंकियों ने 40 मिनट तक हमला किया, लेकिन डेढ़ घंटे तक कोई सहायता नहीं पहुंची।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब भारतीय सेना पाकिस्तान के अंदर आतंकी ठिकानों को नष्ट कर सकती थी, तब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दबाव में सीजफायर कर दिया गया, जो 1971 के युद्ध के समय इंदिरा गांधी के निर्णयों से विपरीत है ।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सीजफायर रोकना गलत था और आज भारत के खिलाफ चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश लामबंद हैं। वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने विदेश मंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने सेना के ऑपरेशन की गोपनीयता भंग की, जो राजद्रोह के समान है।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार को कांग्रेस के सवालों का जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि आतंकी हमले के बाद देश एकजुट था, लेकिन सरकार ने सीजफायर कर जनता की उम्मीदों को तोड़ दिया।

कार्यक्रम के दौरान कांग्रेसियों ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर पर क्रॉस का निशान लगाते हुए कहा कि देश ट्रंप की गुलामी नहीं करेगा। उन्होंने इंदिरा गांधी के 1971 के निर्णयों की सराहना करते हुए वर्तमान सरकार की विदेश नीति की आलोचना की ।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया और सेना की उपलब्धियों का श्रेय स्वयं ले रही है, जबकि सेना देश की है, किसी पार्टी की नहीं ।

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