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“DPS हल्द्वानी में ‘अभिव्यक्ति दिवस’ – नई सोच, नई भाषा, नया मंच”

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अभिव्यक्ति – द्वितीय दिवस : रचनात्मकता और संवाद का उत्सव

हल्द्वानी – शुक्रवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल, हल्द्वानी में ‘अभिव्यक्ति’ दिवस का दूसरा चरण उत्साह और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। यह दिन रचनात्मक अभिव्यक्ति, संवाद, रंगमंच और लेखन कला को समर्पित रहा, जिसमें विद्यार्थियों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 9:30 बजे “करियर इन 2030” विषय पर व्याख्यान से हुआ। इस सत्र का संचालन प्रसिद्ध करियर काउंसलर श्री अंशुल वशिष्ठ जी द्वारा किया गया। कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं ने इस प्रेरणादायक सत्र में भाग लेकर 2030 में संभावित करियर विकल्पों और चुनौतियों के बारे में अपनी जिज्ञासाएं प्रकट कीं। श्री वशिष्ठ ने गहन एवं सरल उत्तरों द्वारा विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को संतोषजनक रूप से शांत किया।

कार्यक्रम का दूसरा चरण “रंगमंच और अभिव्यक्ति” पर केंद्रित था। इसमें विद्यार्थियों ने पंचतंत्र की प्रसिद्ध कथाओं को फ्रेंच, जर्मन और स्पेनिश भाषाओं में रंगमंचीय शैली में प्रस्तुत किया। इस बहुभाषीय प्रस्तुति ने यह संदेश स्पष्ट रूप से दिया कि “भाषा संवाद का माध्यम है, विवाद का नहीं।”

इसके पश्चात तीसरा सत्र कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों के लिए “रचनात्मक लेखन से कहानी निर्माण” विषय पर आयोजित किया गया, जिसका संचालन टीम ट्विन-विन द्वारा किया गया। इस सत्र में विद्यार्थियों ने रचनात्मक लेखन की बारीकियों, जैसे कथानक, पात्र, संवाद और शिल्प के माध्यम से प्रभावी कहानी लेखन की विधा सीखी।

पूरे दिन का आयोजन ‘अभिव्यक्ति’ शीर्षक के अनुरूप रचनात्मकता की पूर्ण अभिव्यक्ति का परिचायक रहा। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या सुश्री रंजना शाही ने श्री अंशुल वशिष्ठ, टीम ट्विन-विन एवं फ्रेंच, स्पेनिश और जर्मन भाषा के प्रशिक्षक श्री महेन्द्र विक्रम शाह जी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम में कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षकगण भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन सांस्कृतिक कार्यक्रम समन्वयक श्रीमती आरती सती द्वारा प्रभावशाली ढंग से किया गया।

इस सफल आयोजन में विद्यालय संसद के पदाधिकारियों का योगदान विशेष रूप से सराहनीय रहा, जिन्होंने कार्यक्रम को अनुशासित एवं व्यवस्थित रूप देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई!

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