रामनगर-एक तरफ जहाँ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वन भूमि पर अतिक्रमण को लेकर सख्त नजर आ रहे हैं और जंगलों को बचाने का प्रयास कर रहे तो वही तराई पष्चिम डिवीजन रामनगर की रेंज रामनगर क्षेत्र के ज्वाला वन में इन दिनों जंगल उजाड़ो अभियान खूब चल रहा है। जी हां सही पढ़ा आपने….. वन विभाग के स्थानीय कर्मचारियों ओर अधिकारीयो के साथ माफियाओं के गठजोड़ से जमकर जंगलों को उजाड़ा जा रहा है
ज्वाला वन क्षेत्र में वन निगम की लौट काटी जा रही है। जिसकी आड़ में बेशकीमती सागोन, और बिना परमिशन के यूकेलिप्टस के पेड़ों को दिनदिहाड़े धरासाई कर ऊंचे दामों में बेचा जा रहा है। ये सारा खेल निचले कर्मचारियों ओर अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा हैं तो वहीं वन विभाग के उच्च स्तरीय अधिकारी अपने निचले कर्मचारियों के काले कारनामों से बेखबर नजर आ रहे हैं आपको बता दें कि रामनगर के ज्वाला वन क्षेत्र से इससे पहले भी बड़ी मात्रा में यूकेलिप्टस के अवैध कटान का मामला सामने आया था
लेकिन अब वन निगम की आड़ में सागौन के हरे पेड़ो को काटने का वीडियो आया सामने आया है वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरीके से बेशकीमती सागौन के पेड़ों को काटा जा रहा है। जिन कर्मचारियों और अधिकारियों को ज्वाला वन में जंगलों की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया हैं। ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी सिक्को की खनक में अपनी आंखें बंद किये बैठे हैं। माफियाओं द्वारा लंबे समय से वन क्षेत्र में पेड़ों का कटाव किया जा रहा है।
अवैध रूप से काटे जा रहे पेड़ो को वीडियो अब एक के बाद एक सामने आती जा रही हैं वहीं पुरे मामले में डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने बताया कि मैने स्वमं वहाँ जाकर जाँच की हैं जाँच में जो पाया गया उसमे हम विभागीय कार्यवाही कर रहे हैं जिसको बाद में आपको बताया जायगा मामले की जांच की जा रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उस पर कार्यवाही की जाएगी कर्मचारियों की संलिप्तता पाई गई तो उस पर भी कानूनी तौर से कार्रवाई होगी।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ेसबुक पर पेज को लाइक और फॉलो करें