काशीपुर-प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की पुष्कर सिंह धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर खेल और महिला बाल विकास मंत्रालय संभाल रहीं रेखा आर्य कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पहली बार काशीपुर पहुंची। काशीपुर पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। दरअसल उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री और प्रदेश की खेल एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य वर्तमान सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पहली बार आज काशीपुर पहुंची थी।
काशीपुर में एसआरएस मॉल (पुराना रत्न सिनेमा हॉल) में पहुंचने पर पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने उनका ढोल नगाड़ों की थाप और फूल मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया। मंच से अपने संबोधन में काशीपुर के परिप्रेक्ष्य में उन्होंने कहा कि काशीपुर के बारे में काशीपुर के जनप्रतिनिधि और पार्टी के कार्यकर्ता जो भी विषय लाएंगे काशीपुर के साथ उनका हर तरह का सहयोग रहेगा। उन्होंने प्रदेश में लगातार दूसरी बार सरकार बनने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार जताया। उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या पर रोकने तथा रोकने के प्रति जागरूकता फैलाने पर जोर दिया।
इस मौके पर मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि जहां तक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के वेतन की बात है उनका अप्रैल माह तक का वेतन दिया जा चुका है। कुछ खातों में तकनीकी दिक्कत आ रहे है वह दूर कर ली जाएगी।राशन कार्ड प्रदेश में वही लोग जमा करेंगे जो अपात्र हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि जो व्यक्ति आर्थिक रूप से सक्षम है वह स्वयं आकर अपने कार्ड जमा करें, जिससे कि पात्र लोगों को उचित राशन कार्ड मुहैया हो सके।
खेलों को लेकर उन्होंने कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी सरकार खेल नीति लेकर आई है। सरकार बच्चों में खेल की भावना तथा खेल के अवसर प्रदान करने के लिए खेल नर्सरी के माध्यम से प्रयासरत है। सरकार मुख्यमंत्री खिलाड़ी योजना तथा खेल स्कॉलरशिप तैयार करने जा रही है, जिसके अंतर्गत 8 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों को खेल सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकारी स्टेडियमो का विकास करना हमारी जिम्मेदारी है और हम इस पर लगातार काम कर रहे हैं।
जर्जर हालत में पड़े स्टेडियमो को खेलने लायक बनाया जा सके इस तरफ हम काम कर रहे हैं। सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारकर उसको मूर्त रूप देने का काम अधिकारियों का होता है। खेल स्कॉलरशिप के तहत एक प्रत्येक बच्चे को 1500 की स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी, जिससे कि बच्चों का कह के प्रति उत्साह बना रहा। कम समय मे उनकी कोशिश है कि भारत सरकार के द्वारा खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए जो भी योजनाएं संचालित की जा रही हैं उन्हें मूर्त रूप दिलाना उनकी प्राथमिकता है।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ेसबुक पर पेज को लाइक और फॉलो करें