बरेली- 20 अक्टूबर, 2024ः ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के अन्तर्गत आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर भारतीय रेल के प्रमुख स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। यह योजना दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ स्टेशनों के विकास की परिकल्पना करती है। इसमें ऐसे प्रत्येक स्टेशन पर आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये स्टेशन तक पहुँचने का मार्ग, सर्कुलेटिंग एरिया,
वेटिंग हॉल, प्रसाधन केंद्र, आवश्यकतानुसार लिफ्ट/एस्केलेटर, निःशुल्क वाई-फाई, ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ जैसी योजनाओं के माध्यम से स्थानीय उत्पादों के लिये कियोस्क के माध्यम से स्थानीय उत्पादों एवं हस्तशिल्पों को बढ़ावा, बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, एग्जीक्यूटिव लाउंज, व्यावसायिक बैठकों के लिये नामांकित स्थान आदि के लिये मास्टर प्लान तैयार कर चरणबद्ध तरीके से उनका कार्यान्वयन किया जा रहा है।
इस योजना में स्टेशन बिल्डिंग में सुधार, नगर के दोनों किनारों के साथ स्टेशन को एकीकृत करने, मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, ‘दिव्यांगजनों’ के अनुकूल सुविधायें, पर्यावरण अनुकूल व्यवस्था, आवश्यकता के अनुसार ‘रूफ प्लाजा‘, स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। देश भर में 1,350 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश के 157 स्टेशन सम्मिलित हैं।
इज्जतनगर मंडल पर अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों पर विश्वस्तरीय यात्री सुविधायें उपलब्ध कराने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस योजना में दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ स्टेशनों का विकास किया जा रहा है। इसमें स्टेशन फसाड, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधायें, प्रसाधन, आवश्यकतानुसार लिफ्ट/एस्केलेटर, चैड़े फुट ओवर ब्रिज (एफ.ओ.बी.), पार्किंग एवं हरित ऊर्जा का उपयोग कर पर्यावरण अनुकूल भवन इत्यादि अत्याधुनिक सुविधाओं में विस्तार हेतु योजना तैयार की गई है
तथा चरणबद्ध तरीके से उनका कार्यान्वयन किया जा रहा है। स्टेशनों पर आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, एग्जीक्यूटिव लाउन्ज एवं अन्तर्राष्ट्रीय मानक के साइनेज का प्रावधान आदि सम्मिलित है। इज्जतनगर मंडल पर लालकुआँ, कासगंज, फर्रुखाबाद, बरेली सिटी, कन्नौज, काशीपुर, पीलीभीत, बदायूँ, इज्जतनगर, बहेड़ी, हाथरस सिटी, गुरसहायगंज, किच्छा, रामनगर, टनकपुर, काठगोदाम एवं उझानी स्टेशन प्रमुख हैं।
अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत लालकुआँ को रू. 29.78 करोड़, कासगंज को रू. 33.25 करोड़, फर्रुखाबाद को रू. 20.16 करोड़, बरेली सिटी को रू. 10.97 करोड़, कन्नौज को रू. 13.06 करोड़, काशीपुर को रू. 10.78 करोड़, पीलीभीत को रू. 16.74 करोड़, बदायूँ को रू. 5.43 करोड़, इज्जतनगर को रू. 8.35 करोड़, बहेड़ी को रू. 5.52 करोड़, हाथरस सिटी को रू. 2.62 करोड़, गुरसहायगंज को रू. 8.95 करोड़, किच्छा को रू. 6.55 करोड़, रामनगर को रू. 4.43 करोड़, टनकपुर को रू. 15.98 करोड़, काठगोदाम को रू. 16.76 करोड़ तथा उझानी को रू. 3.64 करोड़ की लागत से पुनविकर्सित किया जा रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे, इज्जतनगर मंडल के लालकुआँ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत लगभग रु. 29.78 करोड़ की अनुमानित लागत से आधुनिक सुख-सुविधाओं का विस्तार एवं उन्नयन का कार्य किया जा रहा है। लालकुआँ जंक्शन पर 5 प्लेटफार्म से प्रतिदिन लगभग 39 ट्रेनें गुजरती हैं। लालकुआँ रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग परिसर में सुधार करते हुए सड़क के किनारे कम ऊँचाई की दीवार एवं फैंसिंग लगाई जा चुकी है। सर्कुलेटिंग परिसर में सड़क के पास खाली स्थान में आधुनिक पार्किंग बनाई गई है। पोर्टिको एवं सड़क के बीच हरित पट्टी को विकसित कर भूदृश्य का कार्य तथा प्रवेश/निकास द्वार की संरचना का विकास किया गया है।
द्वितीय चरण में पार्किंग क्षेत्र के निकट 6 मीटर के पैदल उपरिगामी पुल का निर्माण कार्य प्रगति में है। प्लेटफार्म क्षेत्र में ग्रेनाईड फर्श के साथ-साथ स्टेशन के मुखौटे में सुधार का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। स्टेशन के सर्कुलेटिंग क्षेत्र में जल निकासी हेतु ड्रेनेज का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। बुकिंग हाल में आंतरिक साज-सज्जा में सुधार कर अतिरिक्त नयी स्टेनलेस स्टील बैंचे लगाकर सुधार करते हुए हाल व प्रतीक्षालय में फाॅल सीलिंग लगायी जा चुकी है। माॅडर्न टायलेट ब्लाॅक में फाॅल सीलिंग लगायी जा चुकी है तथा शेष कार्य अंतिम चरण में है। प्लेटफार्म संख्या 4 को उँचा उठाकर 6 मीटर चैड़ा पैदल उपरिगामी पुल का निर्माण कार्य प्रगति में है।
प्लेटफार्म पर पैदल उपरिगामी पुल से यात्री छाजन तक कवर्ड पाथवे का प्रावधान किया जा रहा है। यात्री छाजन की ए.सी. शीट को बदलकर एल्युमिनियम शीट लगायी जायेगी। फसाड प्रकाश व्यवस्था में सुधार करते हुए स्टेशन परिसर में एल.ई.डी. फिटिंग्स से युक्त स्ट्रीट लाईट पोल, एल.ई.डी. साईनेज के साथ-साथ स्टेशन नाम बोर्ड लगाया जा रहा है। प्रकाश व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए फ्लड लाइटें इत्यादि का प्रावधान कर मिनी मास्ट लाईट लगायी जायेगी। स्टेशन भवन की छत पर सौर ऊर्जा पैनल लगाये जायेंगे।
यात्री सुविधाओं में सुधार के निमित्त प्रवेश द्वार पर 5-लाईन का ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड, प्रतीक्षालय कक्षों के लिए 43 इंच एल.ई.ड़ी. टेलीविजन, ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड, पी.आर.एस./यू.टी.एस. हाल के लिए 65 इंच एल.ई.डी. डिजिटल साईनेज बोर्ड तथा प्लेटफाॅर्म संख्या 1, 2, 3, 4 व 5 के लिए सिंगिल लाईन ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड, कोच डिस्प्ले गाईडेंस सिस्टम एवं जी.पी.एस. घड़ियाँ लगायी जायेंगीे। प्लेटफार्म संख्या 1 एवं पैदल उपरिगामी पुल पर एट-ए-ग्लांस बोर्ड लगाया जायेगा।
पी.आर.एस./यू.टी.एस. के लिए यूनिवर्सल फेयर रिपीटर और नाम डिस्प्ले बोर्ड, पी.आर.एस. काउन्टर के लिए कम्युनिकेशन सिस्टम, प्लेटफाॅर्म और प्रवेश द्वार क्षेत्रों में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाये जायेंगे। यात्रियों को ट्रेनो की आगमन प्रस्थान की जानकारी देने के लिए उद्घोषणा प्रणाली के निमित्त प्लेटफार्म व प्रतीक्षालय कक्षांे में स्पीकरों की व्यवस्था की जायेगी।
उपरोक्त कार्य पूर्ण हो जाने पर जहाँ एक ओर लालकुआँ रेलवे स्टेशन पर आधुनिकता का आमली जामा पहनाया जा सकेगा वही दूसरी ओर रेल यात्री आधुनिक सुख-सुविधाओं से लाभान्वित होंगे।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ेसबुक पर पेज को लाइक और फॉलो करें