Breaking News

लालकुआँका होगा चोमुखी विकास, हॉस्पिटल से ले कर अची शिक्षा के लिए उठाउंगी ठोस कदम- डॉ अस्मिता मिश्रा…. अगली बार मिलो तो गले में होना चाहिए गोल्ड मेडल : रेखा आर्या….. भाजपा करती है हिन्दुत्व की रक्षा और कांग्रेस करती है तुष्टीकरण की राजनीति: विकास शर्मा….. भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा ने जनसंपर्क कर  मेयर प्रत्याशी विकास शर्मा और पार्षद प्रत्याशी पवन राणा के लिए वोट मांगे ….. रुद्रपुर मेयर प्रत्याशी विकास शर्मा  मीडिया रिपोर्ट के आधार पर इस बार भी भाजपा हैट्रिक बनाने जा रही है….. उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोटियाल ने मेयर पतासी संदीप सहगल के पक्ष में मांगे वोट….

सेंचुरी पेपर मिल के वायु, ध्वनि और जल प्रदूषण से जनता त्रस्त, प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण विभाग को नही कोई सुध……

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

ख़बर शेयर करें -

लालकुआं। सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल लालकुआं के प्रदूषण से त्रस्त लालकुआं के बाशिंदों ने अब आंदोलन करने का मन बना लिया है और इसको लेकर ठोस रणनीति तैयार की जा रही है।

बता दें कि लालकुआं नगर के बीचों-बीच में स्थापित  सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल से स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी थी कि इस मिल के लगने के बाद यहां रोजगार और कारोबार की समस्या काफी हद तक हल होगी। लेकिन इसके उलट यह मिल क्षेत्र में केवल प्रदूषण फैलाकर लोगों को बीमारियां परोसने में लगी हुई है। अब तक इस पेपर मिल के प्रदूषण की चपेट में आकर लोग गंभीर बीमारियों के शिकार होकर नारकीय जीवन जीने को विवश हैं।

 

 

स्थानीय लोगों का कहना है कि सेन्चुरी पेपर मिल लालकुआं के द्वारा क्षेत्र मं फैलाये जा रहे वायु, ध्वनि और जल प्रदूषण की वजह से यहां के लोगों की जिन्दगी नर्क बनकर रह गयी है। वहीं लोगों के स्वास्थ्य के लिए जबाबदेह प्रशासन और प्रदूषण की रोकथाम के लिए जिम्मेदार पर्यावरण विभाग ने इस ओर से आंखे बंद कर रखी हैं। ऐसे में उनसे शिकायत करना खुद से बेमानी ही होगा।

स्थानीय लोगों का यह भी  आरोप है कि सेंचुरी पेपर मिल से साल के तीन सौ पैंसठ दिन और चौबीस घंटे निकलने वाले धुएं और उसके साथ आने वाली कोयले की राख के कण लोगों को सांस और आंखों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसके कारण क्षेत्र में सांस व नेत्र रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं सेंचुरी मिल से हर वक्त निकलने वाली कर्कश ध्वनि लोगों को बहरा बना रही है। जबकि मिल से निकलने वाले केमिकल युक्त प्रदूषित जल, जहां लोगों को बीमार कर रहा है, वहीं क्षेत्र की उपजाऊ जमीन को भी बंजर बना रहा है।

 

 

इधर सेंचुरी मिल से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र लालकुआं, बिन्दुखत्ता और शांतिपुरी सहित आसपास के लोग सेंचुरी मिल के द्वारा क्षेत्र में फैलाए जा रहे प्रदूषण की शिकायत लेकर शासन-प्रशासन से गुहार लगा-लगाकर थक चुके हैं। बावजूद इसके प्रशासन एवं प्रदूषण विभाग जनस्वास्थ्य को लेकर कतई गंभीर नहीं है। हांलाकि प्रशासन प्रदूषण को लेकर सेंचुरी पेपर मिल को कई मर्तबा नोटिस जारी कर चुका है। लेकिन आज तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है।

 

 

इधर सेंचुरी पेपर मिल लालकुआं के प्रदूषण को लेकर क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधि भी समय-समय पर सेंचुरी पेपर मिल प्रदूषण के खिलाफ हुंकार भर चुके हैं, लेकिन आज तक क्षेत्र वासियों को प्रदूषण से निजात नहीं दिला पाए हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों में मिल प्रदूषण को लेकर खासा आक्रोश पनप रहा है और वे एक लम्बे आंदोलन की बात कह रहे हैं।

Leave a Comment

और पढ़ें

error: Content is protected !!