उत्तराखण्ड ज़रा हटके टनकपुर

बेटे से तंग आई वृद्धा ने सीएम से की इच्छामृत्यु की मांग…..

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टनकपुर- बेटा बुढ़ापे का सहारा होता है। लेकिन जब बेटा ही उत्पीड़न का कारण बन जाए तो शांति कहा मिलेगी। ऐसा ही एक मामला टनकपुर चंपावत की रहने वृद्ध महिला का है। जिसके दो बेटे हैं बड़ा बेटा मूक बधिर है। छोटे बेटे की ओर से किए जा रहे उत्पीड़न से तंग वृद्धा ने मुख्यमंत्री से न्याय दिलाने या फिर इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। मामला संपत्ति विवाद और उत्पीड़न का है। महिला ने एसडीएम तहसीलदार पर भी उसके साथ न्याय नहीं करने का आरोप लगाया है।

 

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आपको बता दें जाट फार्म विचई निवासी वृद्ध,विधवा हेमा देवी ने सीएम पोर्टल में भेजे गए पत्र में कहा है कि वह संपत्ति विवाद और उत्पीड़न से जुड़े मामले से परेशान है। अपनी तलाकशुदा बेटी, बहू और पोते के साथ रह रही है। बड़ा बेटा मनोज मलिक मूक बधिर है। उनसे अलग रहने वाला छोटा बेटा संदीप मलिक ने संपत्ति को लेकर लगातार उत्पीड़न कर उनका जीना हराम कर दिया है। पिता के जीवित रहते ही छोटे बेटे संदीप को संपत्ति में उसका हिस्सा दे दिया गया था।

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लेकिन अब वह बड़े बेटे की संपत्ति पर भी दावा कर रहा है। जो आए दिन पूरे परिवार की जान से मारने की धमकी देकर संपत्ति और घर छोड़ने को मजबूर कर रहा है। पीड़ित का आरोप है कि उसने एसडीएम से भी गुहार लगाई लेकिन उन्होंने भी पक्षपात कर न्याय नहीं दिलाया। उनका विवाद कुमाऊं आयुक्त न्यायालय में विचारधीन है। वृद्धा ने कहा है कि पिछले सात साल से छोटा बेटा उनका उत्पीड़न कर रोज मारपीट कर रहा है।

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इस बदतर जिंदगी जीने से बेहतर है उन्हें न्याय दिलाया जाए या फिर इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए। इधर न्याय के लिए उन्होंने तहसीलदार से दरकार की है। इधर आरोपी छोटे बेटे संदीप का कहना है कि कुछ लोग हमारी जमीन औनेपौने दाम पर खरीदना चाहते जिसे लेकर अक्सर मां से उसका विवाद होता है।

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