किच्छा-सभी नियम कानून को धता बताते हुए कंपनी प्रबंधक द्वारा किच्छा प्लांट से फिर की गई मशीनों को बंदूक के जोर पर बाहर करने की कोशिश इन्टरार्क कंपनी के प्रबंधक द्वारा हाईकोर्ट नैनीताल के कंपनी से मशीनों व मशीनों के कलपुर्जों को बाहर शिफ्ट करने पर रोक लगाकर दिये स्टे ऑर्डर को तोड़कर मशीनों को फैक्ट्री से बाहर निकालने के लिए लगाया जा रहा है एड़ी चोटी का जोर,रची जा रही है साजिश । विगत 3 दिनों से कंपनी के कारपोरेट ऑफिस दिल्ली से आये उच्च अधिकारी महेश बर्मा एवं प्लांट मनोज रोहिल्ला द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय रूद्रपुर ,एसएसपी कार्यालय रूद्रपुर ,कोतवाली किच्छा एवं स्थानीय भाजपा विधायक आदि समेत उधम सिंह नगर के सभी सरकारी दफ्तरों में हाईकोर्ट उत्तराखंड के उपरोक्त आदेश की अवमानना कर कंपनी से मशीनों को बाहर निकलवाने और शिफ्ट कराने को निरन्तर मुलाकात कर की जा रही है
सिफारिश और लगाए जा रहे हैं चक्कर।* *जिला प्रशासन व एसएसपी महोदय द्वारा उच्च न्यायालय उत्तराखंड के उक्त आदेश की पालना सुनिश्चित की जाती है या मजदूरों का दमन कर कंपनी से मशीनों को शिफ्ट कराने को दिया जाता है प्रबंधन का साथ यह वक्त बतायेगा कंपनी प्रबंधक के द्वारा जबरदस्ती स्थान परिवर्तन किए जाने एवं भिन्न कार्य करवाने के कारण हुआ गंभीर हादसा टूट गया निर्दोष श्रमिक का हाथ, इन गतिविधियों की शिकायत श्रम विभाग से पूर्व में ही की गई थी लेकिन नहीं की गई कोई कार्यवाही।
ज्ञात हो कि इन्टरार्क मजदूर संगठन के मजदूरों द्वारा 16 अगस्त 2021 से मजदूरों के शोषण ,उत्पीड़न व कंपनी प्रबंधक द्वारा किए जा रहे हैं दुर्व्यवहार एवं कंपनी से मशीनों को उत्तराखंड राज्य से बाहर शिफ्ट कर कंपनी को बंद कर उत्तराखंड राज्य से बाहर पलायन करने की साजिश को विफल करने को लेकर पंतनगर एवं किच्छा प्लांट के बाहर लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, इसी क्रम में आज शाम 5:00 बजे किच्छा प्लांट से बंदूकधारी सिक्योरिटी गार्ड को लेकर कंपनी प्रबंधक मशीनों से भरी गाड़ी को गेट से बाहर निकालने की कोशिश कर रहा था लेकिन मजदूरों के आगे प्रबंधक की मनमानी नहीं चल सकी और मजदूरों ने अपनी सतर्कता, बुद्धिमत्ता के साथ अहिंसा का सहारा लेते हुए गाड़ी को फिर से कंपनी के भीतर कराया ,
जिला प्रशासन को पूर्ण जानकारी देने के बाद भी ऐसे हठधर्मी प्रबंधक के ऊपर कोई भी कार्यवाही ना करना चिंता का विषय है जो कि पूरे मजदूर वर्ग के लिए सोचनीय है। कंपनी प्रबन्धक द्वारा कंपनी से मशीनों को बाहर शिफ्ट कर मालिक द्वारा कंपनी की मिलबन्दी कर कंपनी का उत्तराखंड राज्य से बाहर पलायन करने की साजिश को भांपते हुवे उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा यूनियन की याचिका को तत्काक संज्ञान लेकर 3 मार्च 2022 को कंपनी से मशीनों व उसके कलपुर्जों को बाहर शिफ्ट करने पर रोक लगाते हुवे आदेश जारी किया ।प्रबंधन द्वारा काम का झुठा बहाना बनाकर मशीनों को कंपनी से बाहर शिफ्ट करने की अनुमति को लेकर उच्च न्यायालय में करीब आधा दर्जन पुनर्विचार याचिका लगाई गई किन्तु हर बार हाईकोर्ट ने कंपनी प्रबंधन के झूठ और साजिश को भांपते हुवे कड़ी फटकार लगाई और मशीनों को बाहर ले जाने पर कोई राहत न दी
।विवादों के उक्त क्रम में कंपनी प्रबंधक द्वारा हाई कोर्ट नैनीताल में फैक्ट्री के भीतर मौजूद मशीनों को बाहर निकालने के लिए फिर से एक याचिका लगाई गई थी और इसी 22 अगस्त 2022 को हुई सुनवाई के दौरान न्यायाधीश महोदय द्वारा कंपनी प्रबंधन को एक बार फिर से कड़ी फटकार लगाई गई और मशीनों को बाहर ले जाने की परमिशन नहीं दी गई ।जो बात कंपनी प्रबंधक को हजम नहीं हो रही है ।हाईकोर्ट नैनीताल ने प्रबंधन को सलाह दी थी कि श्रमिक पक्ष के साथ बैठकर सभी विवादों को सुलझाने का प्रयास करना चाहिए ,इसी में कंपनी और मजदूरों दोनों का हित है ।
परंतु जिद्दी व अहंकारी कंपनी प्रबंधक द्वारा विवादों को आपसी वार्तालाप से सुलझाने के लिए एक भी प्रयास नहीं किए गए बल्कि गैर कानूनी रूप से उच्च न्यायालय के आदेशों की अवमानना करते हुए फैक्ट्री के भीतर की मशीनों को किसी दूसरे राज्य में शिफ्ट करने के लिए प्रबंधक एड़ी चोटी के जोर लगा रहा है ।जिसके अंतर्गत पिछले 3 दिनों से कार्पोरेट ऑफिस दिल्ली से आये उच्च अधिकारी महेश बर्मा के नेतृत्व में प्लांट हेड मनोज कुमार मनोज कुमार रोहिल्ला फैक्ट्री का कामकाज छोड़ कर उधम सिंह नगर जिला प्रशासन में कलेक्ट्रेट रुद्रपुर ,एसएसपी कार्यालय रुदपुर ,कोतवाली किच्छा एवं स्थानीय भाजपा विधायक समेत अन्य आला अधिकारियों व नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं और लगातार चक्कर काट रहे हैं और उच्चन्यायालय उत्तराखंड के आदेश की अवमानना कर कंपनी से बाहर मशीनों को शिफ्ट करने में मदद मांग रहे हैं।
जबकि एसएसपी महोदय एवं जिला प्रशासन को अच्छी तरह पता है कि माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल के स्पष्ट आदेश के अंतर्गत मशीनों को फैक्ट्री परिसर से बाहर ले जाने की परमिशन नहीं दी गई है।और उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा अपने उक्त आदेश दिनाँक 3मार्च 2022 का पालन सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी हेतु एसएसपी महोदय को आदेशित किया है ।
अब देखना यह है कि एसएसपी महोदय एवं जिला प्रशासन उच्च न्यायालय उत्तराखंड के उक्त आदेश की पालना सुनिश्चित करा कंपनी से मशीनों को शिफ्ट करने की उक्त साजिश पर रोक लगता है ।या फिर हाईकोर्ट के आदेश को लागू कराने की मांग कर रहे मजदूरों का दमन कर मशीनों को शिफ्ट कराने में प्रबंधन का साथ देते हैं ,यह वक्त के गर्भ मे छिपा है ।कंपनी प्रबन्धक किच्छा प्लांट में कुप्रचार कर रहा है कि कोतवाली किच्छा पुलिस मालिक का ही साथ देगी क्योंकि कंपनी मालिक द्वारा कंपनी में माल तैयार कर कोतवाली किच्छा में सेड बनाया जा रहा है ।
पंतनगर प्लांट में आज सुबह की पाली में कार्य के दौरान कार्यस्थल को जबरदस्ती परिवर्तित करने व कर्मचारी के अपने कार्य के विपरीत दूसरे कार्य में लगाने के कारण एक श्रमिक हादसे का शिकार हो गया जिसमें श्रमिक का हाथ टूट गया भयंकर पीड़ा सहन करते हुए वह मजदूर कराहता रहा तब जाकर कंपनी प्रबंधक द्वारा उसे हॉस्पिटल ले जाया गया ।श्रमिक जिस कार्य के लिए नियुक्त किया गया था उस कार्य से भिन्न दूसरे कार्य में उसकी ड्यूटी जबरदस्ती लगाए जाने के कारण यह हादसा हुआ ।जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी फैक्ट्री परिसर के भीतर के अधिकारियों की है, ।जबकि मजदूर संगठन द्वारा श्रम विभाग को पूर्व में ही ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए लिखित शिकायत दी जा चुकी थी परंतु श्रम विभाग द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं कि जाने के कारण आज एक श्रमिक दुर्घटना का शिकार हो गया और आगे भी ऐसी दुर्घटनाएं घटने की संभावना है।
धरना स्थल पर मजदूर सभा को संबोधित करते हुए मजदूर नेताओं द्वारा स्पष्ट शब्दों में कहा गया कि उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेश में मशीनों को बाहर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई है अगर कंपनी प्रबंधक द्वारा अन्याय पूर्ण तरीके से मशीनों को प्रशासन की मदद से बलपूर्वक निकालने का प्रयास किया जाएगा तो मजदूर किसी भी सूरत में इस गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे और इस अनैतिक और अन्याय पूर्ण कार्य का पूरी ताकत से विरोध करेंगे एवं जो भी स्थिति के हिसाब से उचित होगा वह कार्यवाही करने में नहीं हिचकेंगे
मजदूर नेताओं द्वारा फेसबुक पर ऑनलाइन वीडियो के माध्यम से भी अपनी बातें शेयर की गई एवं जिला प्रशासन उधम सिंह नगर व पुलिस प्रशासन उधम सिंह नगर से निवेदन किया गया कि कंपनी प्रबंधक के ऐसे मासूमों को रोकने के लिए एवं माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेशों की पालना के लिए आगे आएं और कंपनी प्रबंधक पर लगाम लगाने की कार्यवाही करें मजदूर हितों की रक्षा के लिए ऐसा आवश्यक है।
पंतनगर एवं किच्छा के मजदूर पूरे जोश एवं उत्साह से धरना स्थल पर डटे हुए हैं पूरी सतर्कता एवं निगरानी के साथ अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
धरना स्थल पर सैकड़ों मजदूर उपस्थित रहे और कंपनी प्रबंधक द्वारा चलाए जा रहे गतिविधियां के बारे में विधिवत चर्चा की गई एवं आवश्यक योजनाओं को तैयार किया गया।
इंकलाब जिंदाबाद।
मजदूर किसान एकता जिंदाबाद।
हम अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते हैं।
जब तक समाधान नहीं तब तक आराम नहीं।
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