हल्द्वानी- सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में काम करने वाले तालुका निहारखेड़े के एक कार्यकर्ता जाबेर खान को जमीयत उलेमा ए हिंद के नासिक जिला उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद, भारत के प्रमुख इस्लामिक संगठनों में से एक है. यह संगठन देवबंदी विचारधारा से प्रभावित है और इसकी स्थापना साल 1919 में हुई थी. यह संस्था सौ साल से भी अधिक समय से देश के मुस्लिम और अल्पसंख्यक समुदायों के लिए काम कर रही है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मुताबिक, इसके एक करोड़ सदस्य हैं और भारत में इसकी 1,700 ब्रांच हैं. जमीयत उलेमा-ए-हिंद का इतिहास देश की आज़ादी की लड़ाई से जुड़ा हुआ है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद, वक्फ़ संपत्तियों की सुरक्षा के लिए ज़रूरी कदम उठाती है आपको बता दें जाबेर खान को जमीयत उलेमा ए हिंद के नासिक जिला उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया है। यह नियुक्ति नासिक जिला अध्यक्ष आसिफ शाबान की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम में की गई।
जाबेर खान पिछले पंद्रह वर्षों से सामाजिक, शैक्षिक, धार्मिक, स्वास्थ्य आदि गतिविधियों में सक्रिय हैं। उनके काम को जमीयत उलेमा ए हिंद ने मान्यता दी और उन्हें नासिक जिला उपाध्यक्ष के पद से सम्मानित किया गया। जाबेर खान ने आश्वासन दिया कि वह इस पद का उपयोग समाज को न्याय दिलाने के लिए करेंगे।
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