हल्द्वानी- 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए आईटीआई की जमीन पर गैस इंसुलेटेड सबस्टेशन (जीआईएस) का निर्माण किया जाएगा। 33 केवीए क्षमता वाले बिजलीघर के निर्माण के लिए विभाग ने करीब 10 करोड़ की लागत से प्रस्ताव तैयार किया है। जमीन हस्तांतरण और बिजलीघर के निर्माण का प्रस्ताव जल्द ही शासन को भेजा जाएगा। शहर में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने से ओवरलोडिंग और लो वोल्टेज की समस्या रहती है।
पीक टाइम में फॉल्ट और ट्रिपिंग के कारण अक्सर बिजली गुल रहती है। इस समस्या को दूर करने के लिए आईटीआई परिसर में जीआई तकनीक पर आधारित बिजलीघर स्थापित किया जाएगा। नए बिजलीघर में 12.5 एमवीए के दो ट्रांसफार्मर लगेंगे। इस बिजलीघर में मुखानी, धानमिल, हीरानगर, डहरिया, जजफार्म, पीलीकोठी फीडर स्थापित किए जाएंगे। नया बिजलीघर बनने से टीपीनगर और कमलुवागांजा बिजलीघरों का लोड कम होगा।
जीआईएस बिजलीघर के फायदे
– सुरक्षा के लिहाज से उपयुक्त
– कम स्थान लेने के कारण भीड़ वाले इलाकों में निर्माण संभव
– सामान्य बिजलीघर के मुकाबले 50 फीसदी कम लागत
– 20 साल तक रखरखाव की जरूरत नहीं होगी
निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए आईटीआई परिसर में 33 केवी के जीआईएस का निर्माण किया जाएगा। इसका लाभ क्षेत्र के 20 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। सुरक्षा के दृष्टिगत पहले चरण में चहारदीवारी का निर्माण किया जाएगा।
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