रुद्रप्रयाग- गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर बृहस्पतिवार को आए मलबे में दबी कार में पांच लोगों की मौत हो गई है। शुक्रवार को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त वाहन के अंदर से पांचों के शव बरामद किए गए हैं। राजमार्ग का 80 मीटर से अधिक हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त है। इस कारण दूसरे दिन भी यातायात बहाल नहीं हो पाया है। शुक्रवार सुबह छह बजे से ही राजमार्ग पर भूस्खलन प्रभावित हिस्से में मलबा सफाई का काम शुरू हो गया था।
दोनों तरफ से जेसीबी मशीनों से मलबे के साथ भारी बोल्डरों को तोड़कर साफ किया जा रहा था। शाम पांच बजे मलबा हटाते समय एक वाहन भी दिखाई दिया। एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड के जवानों ने प्रभावित हिस्से में रेस्क्यू शुरू करते हुए मलबे की सफाई कर वाहन को निकाला। बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कार के अंदर से पांच शव बरामद किए गए। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि मृतकों के पास मिले फोटो पहचान पत्र के आधार उनकी शिनाख्त की गई। मृतकों के नाम जिगर आर मोदी, देसाई महेश, मनीष कुमार, मिंटू कुमार और पारिक दिव्यांश हैं। सभी गुजरात के रहने वाले हैं। नरेंद्रनगर (टिहरी)। ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवार को दिनभर बंद रहा।
इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हिंडोलाखाल के पास पहाड़ी से भारी भूधंसाव होने के कारण पुलिस-प्रशासन को यातायात डायवर्ट करना पड़ा। राजमार्ग पर देर शाम तक यातायात बहाल नहीं हो पाया। — विस्तृत पेज 00 पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार शाम को कोटद्वार विधानसभा के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि आपदा से बंद पड़ी सड़कों को खोलकर कनेक्टिविटी बहाल करने और जनजीवन को सामान्य करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने झूलाबस्ती स्थित खोह नदी में क्षतिग्रस्त गाड़ीघाट पुल और वैकल्पिक कंडी मार्ग पर मालन नदी में आपदा से क्षतिग्रस्त कॉजवे का जल्द निर्माण कर भाबर के लिए आवाजाही सुचारू करने के निर्देश दिए।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ेसबुक पर पेज को लाइक और फॉलो करें