
कोटद्वार- भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की 134वीं जयंती के अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री, श्री सुरेन्द्र सिंह नेगी जी एवं कोटद्वार की प्रथम महापौर श्रीमती हेमलता नेगी जी ने बाबा साहब को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके विचारों को नमन करते हुए अपने संदेश साझा किए। पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह नेगी जी ने अपने संदेश में कहा – “बाबा साहब का जीवन केवल संविधान निर्माण तक सीमित नहीं था, बल्कि यह एक सतत संघर्ष, चेतना और सामाजिक बदलाव का प्रतीक है। उन्होंने हमें केवल अधिकार ही नहीं दिए, बल्कि आत्म-सम्मान और न्याय की राह भी दिखाई।” युवाओं के लिए नेगी जी ने अपने संदेश में कहा – “आज के युवाओं को चाहिए कि वे बाबा साहब की तरह शिक्षा को अपना अस्त्र बनाएं और सामाजिक समरसता को अपना धर्म।”
उन्होंने आगे कहा – “आज के दौर में जब समाज तेजी से बदलाव के दौर से गुजर रहा है, ऐसे समय में बाबा साहब के विचार हमें न्याय, समानता और भाईचारे की दिशा में स्थिरता और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।” पूर्व महापौर श्रीमती हेमलता नेगी जी ने बाबा साहब के महिला सशक्तिकरण में योगदान को स्मरण करते हुए कहा – “बाबा साहब ने नारी सशक्तिकरण की नींव रखी थी। आज महिलाएं जिस हक़ से पढ़ती हैं, आगे बढ़ती हैं, उसके पीछे उनकी दूरदृष्टि और नीतिगत सोच रही है।”दोनों जनप्रतिनिधियों ने संविधान की प्रस्तावना को देश की आत्मा बताते हुए, सभी नागरिकों से संविधान के मूल्यों को अपनाने और सामाजिक समरसता बनाए रखने का आह्वान किया।

