26 दिसंबर 2024 को भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा वीर बाल दिवस बड़े श्रद्धा भाव से मनाया गया। यह दिन गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों की वीरता और बलिदान को समर्पित रहा। साहिबजादे – गुरु गोबिंद सिंह जी के चार पुत्रों अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह, जिन्होंने अपने धर्म और सिद्धांतों के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, उनकी शहादत को सम्मानित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अर्चना नौटियाल ने 2022 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए वीर बाल दिवस के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस दिन का उद्देश्य हमें यह सिखाना है कि साहिबजादों की वीरता और बलिदान हमें न्याय,धर्म और समानता के लिए सदैव अडिग रहना हमारा कर्तव्य है इसके बाद, इतिहास विभाग के प्राध्यापक डॉ. अभिषेक कुकरेती ने साहिबजादों की वीरता और बलिदान पर व्याख्यान दिया। उन्होंने साहिबजादा अजीत सिंह, साहिबजादा जुझार सिंह, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह के जीवन और उनके संघर्षों के बारे में विस्तार से बताया। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. एल.आर. राजवंशी ने स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए इस दिन को साहस, बलिदान और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करने का महत्वपूर्ण अवसर बताया।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ साहिबजादों के बलिदान को सम्मानित करने का अवसर नहीं है, बल्कि यह हमें उनके सिद्धांतों और उनके द्वारा सिखाए गए मूल्यों की याद दिलाने का सशक्त माध्यम है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सहायक कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय रावत ने छात्र-छात्राओं को साहिबजादों के साहस और बलिदान से प्रेरणा लेकर देश के प्रति अपने कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहने की प्रेरणा दी। शबद कीर्तन और श्रद्धांजलि के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर डॉ. कमल कुमार, डॉ. शिप्रा शर्मा, डॉ. वी.के. सैनी, डॉ. विक्रम सिंह तथा सभी प्राध्यापक और कर्मचारी उपस्थित रहे।