उत्तराखण्ड ज़रा हटके

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी प्रकाश कार्ति ने उत्तराखंड सरकार पर लगाया उपेक्षा का आरोप…..

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नहीं मिल रहा है उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को उत्तराखंड बनने का लाभ…..

उत्तराखंड- उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने के लिए कई सालों का संघर्ष चला था तब एक ऐसा आंदोलन खड़ा किया गया था जहां क्या पुरुष क्या महिलाएं सभी ने अपनी भागीदारी दी थी देवभूमि पहाड़ी राज्य उत्तराखंड कभी अविभाजित उत्तर प्रदेश का हिस्सा हुआ करता था लेकिन अलग मुद्दा अलग समस्याओं ने समय-समय पर इसका अलग राज बनाने की मांग को मुख्य किया मांग दर्शक पुरानी थी लेकिन यह संघर्ष काफी मुश्किल रहा किसी भी राज्य का बटवारा कर देना एक बड़ा पड़ाव होता है इसके लिए बलिदान देना होता है।

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आंदोलन करना होता है और कई मौके पर अपनी जिंदगी की भी कुर्बानी देनी होती है सीने पर गोलियां खानी पड़ती हैं ऐसे ही उत्तराखंड के रुड़की के रहने वाली एक राज निर्माण आंदोलनकारी हैं प्रकाश कार्ति राज्य के लिए पुलिस की गोलियां खाने बाले बीएस कॉलेज रोड रुड़की निवासी प्रकाश चंद कार्ति जिस अलग राज्य का सपना लेकर आंदोलन की राह पर निकले थे और जिस राज्य को बनाने के लिए उनके साथी आंदोलनकारियों ने बड़ी-बड़ी कुर्बानियां दी आज वही राज्य राजनीतिक दलों की कुत्सित राजनीतिक का शिकार होकर रह गया है।

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उत्तराखंड में राजनीतिक दलों ने अपने फायदे के लिए उत्तराखंड राज्य की जड़ों को खोखला कर दिया है वही पृथक उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए संघर्ष करने वाले आंदोलनकारियों की हमेशा से उपेक्षा होती रही है राज्य स्थापना दिवस पर ही राजनेताओं को आंदोलनकारियों की याद आती है गौरतलब है की प्रकाश चंद क्रांति जैसे महान आंदोलनकारियों की हमेशा उपेक्षा की है उत्तराखंड में आने और जाने वाली सरकारों अब तक उन्होंने सही मायने में सम्मान देने तो बहुत दूर की बात है।

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उनकी बीमारी इलाज और दवाइयों तक का खर्च वाहन नहीं कर रही वही उत्तराखंड जैसे गरीब प्रदेश के मंत्री सांसद विधायक मेयर और राजनेता प्रदेश को दोनों हाथों से लूटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं हैं आज प्रदेश में जरूरत इस बात की है कि हमारी धारोहर के रूप में प्रकाश चांद क्रांति जैसे महान राज्य निर्माण आंदोलन कार्यों को राज्य सरकार ने विशेष सम्मान,अच्छी पेंशन और बीमारी के इलाज की सारी सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए तभी देव भूमि उत्तराखंड की देव संस्कृति और जनता राजनेताओं को माफ करेगी।

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