
कोटद्वार – क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह मुकाबला सांसें थाम देने वाला रहा! प्रिंस ध्रुव क्लब ने बेहद रोमांचक फाइनल में सीतापुर सुपर किंग्स को 3 रनों से हराकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। आखिरी गेंद पर जीत के लिए 6 रनों की दरकार थी, लेकिन गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन कर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई।

फाइनल का रोमांच: जीत और हार के बीच बस एक शॉट!
पहले बल्लेबाजी करते हुए प्रिंस ध्रुव क्लब ने 210 रनों का मजबूत लक्ष्य खड़ा किया। जवाब में सीतापुर सुपर किंग्स ने पूरे जोश के साथ रन चेज किया, लेकिन 6 विकेट गंवाने के बाद टीम 207 रन तक ही पहुंच सकी। आखिरी ओवर में बढ़ते दबाव और कसी हुई गेंदबाजी के चलते सुपर किंग्स के बल्लेबाज जीत से चूक गए और प्रिंस ध्रुव ने खिताब पर कब्जा जमा लिया।
सेमीफाइनल से फाइनल तक: कौन किस पर भारी पड़ा?
इस टूर्नामेंट का सफर भी उतना ही दिलचस्प रहा।
सेमीफाइनल 1: सीतापुर सुपर किंग्स ने कॉर्बेट टाइगर्स को मात दी।
सेमीफाइनल 2: प्रिंस ध्रुव ने कोटद्वार हंटर्स को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
खिलाड़ियों का जलवा, किसने मारी बाजी?
आयोजक सचिव नवीन मंजेरा ने बताया कि इस टूर्नामेंट में कई शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन देखने को मिले, जिसके चलते खिलाड़ियों को विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
बेस्ट बैट्समैन: पवन सुंद्रियाल (टूर्नामेंट में दो शतक)
बेस्ट बॉलर: मदन सिंह (घातक गेंदबाजी से विपक्षियों को किया ढेर)
प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट: महेंद्र सिंह नेगी (हरफनमौला प्रदर्शन)
इन विजेताओं को शारीरिक शिक्षक राधावल्लभ खंतवाल, सुनील जखवाल और सुशील रावत ने ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
सम्मान समारोह: विजेताओं पर बरसीं ट्रॉफियां और इनाम
विशिष्ट अतिथि, अंतरराष्ट्रीय कोच सुनील रावत ने उपविजेता सीतापुर सुपर किंग्स को ट्रॉफी और ₹41,000 का चेक प्रदान किया। वहीं, मुख्य अतिथि कर्नल कुंवर अजय सिंह ने विजेता प्रिंस ध्रुव क्लब को विजेता ट्रॉफी और ₹61,000 का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
जीत का जश्न: टीमवर्क की जीत!
विजेता टीम के ओनर दर्शन सिंह भंडारी ने इस शानदार जीत का श्रेय पूरी टीम को दिया। उन्होंने खिलाड़ियों के जबरदस्त प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा “यह जीत हर खिलाड़ी की मेहनत और टीम के जबरदस्त तालमेल का नतीजा है। हमारा लक्ष्य आगे भी इसी जज़्बे के साथ खेलना है।”
