
पौड़ी – सचिव पंचायतीराज, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग चंद्रेश कुमार यादव ने शुक्रवार को विकासखंड जयहरीखाल के सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुनें और उनका मौके पर ही निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि विकास कार्यों का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और इसके लिए अधिकारियों को फील्ड में सक्रियता दिखानी होगी। सचिव ने जनपद स्तरीय अधिकारियों से कहा कि गांवों के विकास के लिये नये और नवाचारपूर्ण कार्यों की पहचान की जाय और उन्हें जिला योजना में शामिल किया जाय, ताकि विकास कार्य तेजी से आगे बढ़ सकें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि इन कार्यों की अभी से योजना बनाकर आगामी बजट में स्थान दिलाया जाय।

पर्यटन विकास को लेकर सचिव ने कहा कि होमस्टे योजना, ट्रेकिंग रूट और ताड़केश्वर क्षेत्र को विकसित करने के लिये योजना बनायी जाय। उन्होंने कहा कि पौड़ी जिले में अनेक दर्शनीय स्थल हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव में वहां पर्यटक कम पहुंचते हैं। यदि इन स्थलों को विकसित किया गया तो अधिक संख्या में पर्यटक यहां आएंगे और स्थानीय युवाओं को भी स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। बैठक में पंचायतीराज विभाग की समीक्षा करते हुए सचिव ने कूड़ा प्रबंधन की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिये कि गांवों में प्लास्टिक कूड़ा एकत्र कर उसे रिसाइक्लिंग के लिए भेजा जाय और ब्लॉकों में लगे कूड़ा कंपैक्टर मशीनों को चालू स्थिति में रखें। साथ ही गांवों में स्वच्छता बनाए रखने पर विशेष ध्यान देने को कहा।
उन्होंने बाल विकास विभाग की समीक्षा करते हुये संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि नंदा गौरा योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को लाभ देना सुनिश्चित किया जाय। साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे। सचिव ने जीआईसी जयहरीखाल को रेजिडेंस मॉडर्न स्कूल के रूप में विकसित करने की बात भी कही। साथ ही मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए ग्राम स्तर तक प्रभावी कदम उठाए जाएं, ताकि जरूरतमंद लोग इनका लाभ उठा सकें। सचिव ने पेयजल की समीक्षा करते हुये संबंधित विभाग के अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पेयजल की समस्या है, वहां पेयजल की व्यवस्था करें। वहीं उन्होंने कृषि विभाग को फसलों को कोई नुकसान न पहुंचे, इसके लिये घेरबाड़ करने को कहा। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सचिव द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन करना सुनिश्चित करें और उसकी अनुपालन आख्या प्रस्तुत करें। इसके अलावा, स्थानीय लोगों ने भी पर्यटकों के लिये टिप इन टॉप लैंसडाउन में दूरबीन, पीएचसी में एक्सरे मशीन सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने की मांग रखी। बैठक में उप जिलाधिकारी लैंसडाउन शालिनी मौर्य, ब्लॉक प्रशासक जयहरीखाल दीपक भंडारी, जिला पंचायतीराज अधिकारी जितेन्द्र कुमार, बाल विकास अधिकारी देवेंद्र थपलियाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, जिला परिवीक्षा अधिकारी अरविंद कुमार, खंड विकास अधिकारी रवि सैनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
