उत्तराखण्ड काशीपुर ज़रा हटके

परीक्षा के दौरान छात्र के पास मिली आपत्तिजनक पर्ची, पुलिस ने छात्र को किया गिरफ्तार….

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काशीपुर-(सुनील शर्मा) काशीपुर में डिग्री कॉलेज की परीक्षा के दौरान छात्र-छात्राओं की चेकिंग करने पहुंची उड़नदस्ता टीम को तलाशी के दौरान एक छात्र की जेब से आपत्तिजनक पर्ची मिलने से कॉलेज में हड़कंप मच गया। महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा पुलिस को तत्काल इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा उक्त मामले में एक तहरीर पुलिस को सौंपी गई है। पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुट गई है। दरअसल काशीपुर में बाजपुर रोड स्थित राधेहरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं। परीक्षा के दौरान शुक्रवार को फ्लाइंग स्क्वायड टीम के द्वारा परीक्षा कक्षा में छात्र-छात्राओं की तलाशी ली जा रही थी।

 

इसी बीच बीकॉम प्रथम वर्ष के छात्र की जेब से टीम के सदस्य राघव कुमार झा नामक प्रोफ़ेसर को एक आपत्तिजनक पर्ची मिली। राघव कुमार झा के मुताबिक उनके साथ 4 अन्य प्रोफेसरों की ड्यूटी लगाई गई थी। सभी लोग सभी कक्षों का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान सभी छात्रों की जेब टटोली जा रही थी। इस दौरान एक छात्र की जेब में पर्स था, जिसमें अनेक तरह के कागजात थे, जोकि अंग्रेजी, हिंदी तथा उर्दू में लिखे थे। वहीं उन्होंने बताया कि परीक्षा से संबंधित कोई भी कागज नहीं था।

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वही जब बाहर आकर उन्होंने पर्ची देखी तो उसमें से एक पर्ची जोकि अंग्रेजी में आपत्तिजनक लिखी हुई थी। तब उक्त छात्र को बाहर बुलाया गया। जब उक्त छात्र से राघव कुमार झा ने यह पूछा कि यह पर्ची किसने दी है तो वह उस पर्ची को देने वाले के बारे में कुछ नहीं बता पाया। इसके बाद उन्होंने परीक्षा देने के बाद उसे मिलने के लिए कहा तथा उस पर्ची को परीक्षा प्रभारी को दे दिया। सुबह से लेकर दोपहर बाद तक फ्लाइंग स्क्वायड टीम के सदस्य महाविद्यालय के प्राचार्य से पर्ची का पूरा मामला छुपाते नजर आए। हद तो तब हो गई जब यह आपत्तिजनक पर्ची घंटों बाद भी महाविद्यालय के प्राचार्य तक नहीं पहुंच पाई और अन्य लोगों के जरिए प्राचार्य के व्हाट्सएप पर पहुंचाई गई। इस बारे में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर चंद्रराम ने कहा कि परीक्षा प्रभारी की तरफ से किसी भी तरह की कोई रिपोर्ट उन्हें नहीं दी गई है बल्कि उन्हें अन्य माध्यमों से व्हाट्सएप के जरिए प्राप्त हुई है।

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महाविद्यालय प्रशासन की तरफ से भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पर्ची पकड़ने वाली फ्लाइंग स्क्वायड टीम के द्वारा जानकारी होने नहीं दिए जाने की भी जांच की जाएगी ।तथा दोषी पाए जाने पर फ्लाइंग स्क्वायड टीम के सदस्य के खिलाफ भी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। हालांकि बाद में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर चंद्र राम के द्वारा उक्त मामले की एक तहरीर आईटीआई थाना पुलिस को दे दी गई। आईटीआई थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने उत्तराखंड खबरनामा न्यूज़ से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी छात्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 153a, 295,  298 और 505 के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया।

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