जब तक सूरज चांद रहेगा,
चंदर तेरा नाम रहेगा।।
हल्द्वानी- देश के नाम अपनी जान कुर्बान करने वाले चंद्रशेखर हर्बोला के बलिदान को लोग नहीं भूल पा रहे थे तथा भावनाओं जोश से भरे शहीदी नारे लगाते लगाते हजारों लोग अपनी भावनाओं को काबू नहीं कर पा रहे थे ऐसे जैसे आर्मी हेलीपैड से शहीद का पार्थिव शरीर उनके घर की ओर बढ़ रहा था तो लोगों में भारत माता की जय एवं चंद्र तेरा नाम रहेगा जब तक सूरज चांद रहेगा कि नारे लगाते रहे।
सियाचिन में ऑपरेशन मेघदूत के दौरान आए एवलॉन्च में शहीद हुए लांस नायक चंद्रशेखर हर्बोला का पार्थिव शरीर उनके घर पर पहुंच गया है। पार्थिव शरीर के घर पर पहुंचते ही पूरा माहौल गमगीन सा हो गया, शहीद चंद्रशेखर हर्बोला की पत्नी शांति देवी अपने पति के पार्थिव शरीर को देखकर रो पड़ी और उस समय का माहौल पूरी तरह से भावुक हो गया, वहां मौजूद तमाम लोगों की आंखों में गम के आंसू तो शहीद की शहादत पर गर्व देखने को मिला।
29 मई 1984 को सियाचिन में ऑपरेशन मेघदूत के दौरान लांसनायक चंद्रशेखर हरबोला एवलॉंच में शहीद हो गए थे और 38 साल बाद सेना ने उनके पार्थिव शरीर को खोज निकाला है और आज उनके आवास पर सेना जब पार्थिव शरीर लेकर पहुंची। तो वहां मौजूद हजारों की संख्या में लोगों ने शहीद चंद्रशेखर तेरा यह बलिदान याद रखेगा हिंदुस्तान के नाम के नारों से वातावरण गूंज उठा ।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ेसबुक पर पेज को लाइक और फॉलो करें