
मुरादाबाद जाने के दौरान हुआ बड़ा हादसा, स्कॉर्पियो के उड़े परखच्चे
पिथौरागढ़ – उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से मुरादाबाद जा रहे एक परिवार की स्कॉर्पियो (यूके05डी8888) शुक्रवार सुबह किच्छा के शंकरफार्म क्षेत्र में एक भीषण सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई। हादसे में पिथौरागढ़ निवासी शिक्षिका बबीता पटियाल (40) की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उनके पति विजेंद्र पटियाल सहित पांच अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
कैसे हुआ हादसा? झपकी बनी दुर्घटना की वजह
शिक्षिका बबीता अपने पति विजेंद्र पटियाल और अन्य परिजनों के साथ अपने भाई मुकेश के निधन पर मुरादाबाद जा रही थीं। सुबह करीब साढ़े नौ बजे किच्छा के पास शंकरफार्म में चालक को झपकी आने के कारण स्कॉर्पियो अनियंत्रित हो गई और पहले पीपल के पेड़ से टकराई, फिर 150 फीट दूर उछलकर नहर में पलट गई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसा इतना भीषण था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना की आवाज सुनते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया।
स्थानीय युवकों की दिलेरी से बची कई जानें
शंकरफार्म के स्थानीय युवकों ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया। उन्होंने क्षतिग्रस्त स्कॉर्पियो के दरवाजे तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। स्थानीय युवक अंकित, प्रदीप, रचित, रोहित, सतपाल, सुमित और रुपेंद्र ने मिलकर वाहन को सीधा किया और उसमें फंसे लोगों को निकाला। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पानी में डूब रही महिला को सबसे पहले बचाया गया।
घायलों का हाल, गंभीर हालत में हल्द्वानी रेफर
हादसे में गंभीर रूप से घायल विजेंद्र पटियाल, भिडु पिथौरागढ़ निवासी अशोक शाह, ग्राम वड्डा पिथौरागढ़ निवासी भुवन चंद्र और उनकी पत्नी चंद्रकला तथा पिथौरागढ़ निवासी मोहन चौसारी को प्राथमिक उपचार के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल, हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। चिकित्सकों के अनुसार, सभी घायलों की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
विधायक तिलक राज बेहड़ ने जताया शोक
हादसे की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक तिलक राज बेहड़ घटनास्थल पर पहुंचे और गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और राहत कार्यों में जुटे स्थानीय युवकों की सराहना की। विधायक ने प्रशासन से घायलों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने की अपील की।
एयरबैग खुलने के बावजूद नहीं बच सकी जान
हादसे में स्कॉर्पियो के दोनों एयरबैग खुल गए थे, लेकिन टक्कर इतनी भीषण थी कि बबीता पटियाल की जान नहीं बच सकी। दुर्घटना स्थल पर वाहन के टुकड़े चारों ओर बिखरे पड़े थे, जिससे इस हादसे की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
शिक्षा जगत को लगा बड़ा झटका
बबीता पटियाल पिथौरागढ़ के एक निजी विद्यालय में शिक्षिका थीं, जबकि उनके पति विजेंद्र पटियाल उसी विद्यालय में अकाउंट सेक्शन का काम देखते थे। उनकी अचानक हुई इस दुखद मृत्यु से शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके सहकर्मी और छात्र इस खबर से स्तब्ध हैं।
सड़क सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और ड्राइविंग के दौरान सतर्कता बरतने की जरूरत को उजागर किया है। पुलिस द्वारा बार-बार दी जाने वाली चेतावनियों के बावजूद तेज रफ्तार और लापरवाही से होने वाली दुर्घटनाएं कम नहीं हो रही हैं। प्रशासन ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे सफर के दौरान पर्याप्त आराम करें और सतर्कता बरतें ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

