
कोटद्वार – अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लेखपालों ने कोटद्वार तहसील में कार्य बहिष्कार कर धरना दिया। कहा कि उनकी समस्या के निराकरण के लिए गंभीरता से कार्य किया जाना चाहिए। उत्तराखंड लेखपाल संघ की ओर से आहूत प्रांतीय कार्य बहिष्कार कार्यक्रम के तहत गुरूवार को कोटद्वार क्षेत्र में लेखपालों ने कार्य बहिष्कार कर तहसील परिसर में धरना दिया। लेखपाल खाता-खतौनी में खातेदारों व सहखातेदारों के गाटों के क्षेत्र में हिस्से के क्षेत्रफल निर्धारित को पर्याप्त मानव व तकनीकि संसाधन मुहैया करने की मांग कर रहे हैं। कहा कि अंश निर्धारण के कार्य के लिए वांछित साक्ष्य उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी खातेदार की हो।

इस कार्य के लिए लेखपाल को लेपटाप व इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएं। ऐसे खाते जिनमें अत्यधिक क्रय-विक्रय हुआ है और उनमें अंश निकाला जाना संभव न हो, उनमें खातेदार को नोटिस दिए जाने का भी प्राविधान हो। कहा कि शासन-प्रशासन को समस्याओं के निराकरण को लेकर गंभीरता दिखानी चाहिए, जिससे व्यवस्थाओं में सुधार किया जा सकें। समस्याओं की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। धरने में राजस्व उपनिरीक्षक नेहा शर्मा, आशीष चंद्र केमनी, सीता मुयाल आदि मौजूद रहे।
