उत्तराखण्ड ज़रा हटके लालकुआं

(विडंबना )8 वर्ष तक भी स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल हैंड ओवर नहीं…

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लालकुआं-पौने 8 करोड़ की लागत से हल्द्वानी के हल्दुचौड में बन रहा 30 बेड का अस्पताल 8 वर्षों में भी स्वास्थ्य विभाग को हैंडोवर नहीं हो सका है, यह बहुत बड़ी विडंबना है कि 8 वर्ष पूरे होने के बावजूद भी 30 बेड के अस्पताल को चालू नहीं किया जा सका,

राज्य सरकार के द्वारा की जा रही सारी घोषणाएं खोखली नजर आती हैं, जहां सरकार एक और 2025 तक उत्तराखंड को अग्रिण राज्य बनाने की बात करता है तो वही 8 वर्ष पूरे होने के बावजूद भी लाखों लोगों के लिए बनाए जा रहे 30 बेड के अस्पताल को चालू नहीं किया जा सका,

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इस अस्पताल से लाखों लोगों की आशाएं जुड़ी थी, क्षेत्र के लोगों का कहना है कि लाखों की आबादी के बीच बनाए जा रहे इस अस्पताल के बनने से प्राइवेट अस्पतालों में धक्के नहीं खाने पड़ेंगे, क्योंकि प्राइवेट अस्पताल मनमाफिक रकम वसूलते हैं,

परंतु 8 वर्ष पूरे होने के बावजूद भी यह अस्पताल चालू ना हो सका अस्पताल दूर होने के कारण मरीजों को ले जाते वक्त रास्ते में ही कई मरीज दम तोड़ देते हैं, 19 जून 2015 को इस अस्पताल के लिए धन आवंटन हुआ था और 2 सितंबर 2016 को शिलान्यास किया गया, परंतु दो सरकारें बदल जाने के बाद भी गरीबों के लिए बनाए जा रहे इस अस्पताल को अभी तक स्वास्थ्य विभाग को हैंडोवर नहीं किया जा सका,

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वहीं इस मामले में लाल कुआं के विधायक डॉ मोहन बिष्ट का कहना है कि दो बार निर्माण दाई संस्था ब्रीडकुल को चेतावनी दी जा चुकी है, वही इस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है, अस्पताल का काम अंतिम चरण में है जल्द ही सभी आवश्यक सुविधाएं जुटा कर अस्पताल को आम लोगों के लिए खोला जाएगा,

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बताते चलें कि लाल कुआं विधानसभा क्षेत्र हल्दुचौड में नेशनल हाईवे के निकट इस अस्पताल को बनाया जा रहा है, यह आबादी वाला क्षेत्र है जहां लाखों की संख्या में लोग रहते हैं तथा मरीजों को यहां से हल्द्वानी ले जाए जाने तक कई मरीजों को अस्पताल ना होने के चलते रास्ते में ही दम तोड़ना पड़ रहा है,

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