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उत्तराखंड सहित देश के पांच राज्यों में आचार संहिता का ऐलान,,,, पढ़ें कब होंगे चुनाव और कब होगा परिणाम घोषित……..

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नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव के लिए पांच राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने आचार संहिता की घोषणा करते हुए कहा कि समय पर चुनाव करवाना निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी है चुनाव कोविड नियमों का पालन करते हुए संपन्न करवाए जाएंगे।

 

उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड,पंजाब,गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो गई है।पांचों राज्यों में 7 चरणों में होंगे चुनाव।पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में एक-एक चरण में होंगे चुनाव।तीनो राज्यों में 14 फरवरी को मतदान होगा। मणिपुर में दो चरणों में होंगे चुनाव। वहीं उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहला चरण, 14 फरवरी को दूसरा चरण,20फरवरी तीसरा चरण, 23 फरवरी चौथा चरण, 27 फरवरी को पांचवा चरण होगा। 7 मार्च को चुनाव संपन्न होंगे और 10 मार्च को पांचों राज्यों के चुनाव परिणाम आएंगे। पांचों राज्यों में 18.34 करोड वोटर मतदान करेंगे जिसमें 8 करोड़ 55 लाख महिला मतदाता है। पहले के मुकाबले 24 लाख से अधिक मतदाता बढ़े हैं।
1-उम्मीदवार नामांकन ऑनलाइन भी कर सकेंगे। सुविधा ऐप के जरिए हो सकेगा नामांकन।

 

2- 2 लाख 15 हजार 368 बूथ पांचो राज्यों में हैं। हर पोलिंग बूथ पर होगा कोविड नियमों का पालन। प्रत्येक बूथ पर 1250 मतदाता करेंगे मतदान।
3-आपराधिक आरोप वाले उम्मीदवार को जानकारी देनी होगी। टीवी चैनल और अखबार में तीन बार विज्ञापन के माध्यम से देंगे जानकारी।
4- कोविड नियमों का रखा जाएगा ध्यान हर बूथ पर मास्क और सैनिटाइजर रहेंगे उपलब्ध।
5- 900 वर्ग जरूर रखेंगे चुनाव पर नजर।
6- पोलिंग बूथों पर दिव्यांगों के लिए अलग से होगी सुविधा।
7- सभी चुनाव कर्मियों के लिए वैक्सीनेशन किया गया अनिवार्य।

 

8- चुनाव में पैसों के उपयोग पर जीरो टोलरेंस-अवैध पैसे और शराब पर रखी जाएगी नजर।
9- रोड शो, बाइक शो, पदयात्रा रैलियों पर 15 जनवरी तक रोक। नुक्कड़ सभाएं भी नहीं हो सकेंगी। 15 जनवरी के बाद हालातों की दोबारा से समीक्षा होगी।
10- राजनीतिक दलों को वर्चुअल रैली करने की दी सलाह। डोर टू डोर प्रचार के लिए सिर्फ पांच लोगों को इजाजत।

पांच राज्यों में आचार संहिता का ऐलान, 15 जनवरी तक रोड शो, रैली, जुलूस की इजाजत नहीं

कोरोना की चुनौतियों पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा- यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है। राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को हमारी सलाह है कि वे अपने चुनाव प्रचार कार्यक्रमों को डिजिटल मोड में ही चलाएं। 15 जनवरी तक कोई भी रोड शो, बाइक रैली, जुलूस या पद यात्रा की इजाजत नहीं होगी। यही नहीं 15 जनवरी तक कोई फीजिकल रैली भी नहीं आयोजित की जाएगी। बाद में डीटेल गाइडलाइंस जारी की जाएंगी।
18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे
CEC सुशील चंद्र ने कहा कि सर्विस मतदाता को​ मिलाकर 18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे जिनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं। 24.9 लाख वोटर पहली बार वोट डालेंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक पोलिंग स्टेशन ऐसा होगा जिसका संचालन पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में होगा। यहां तक की इस पोलिंग स्‍टेशन पर सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं ही होंगी।
16 फीसद पोलिंग बूथ बढ़ाए गए

CEC सुशील चंद्र ने कहा कि इस बार 16 फीसद पोलिंग बूथ बढ़ाए गए हैं। 2.15 लाख से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बने हैं। चुनाव कोविड प्रोटोकाल के साथ कराए जाएंगे। पोलिंग बूथ पर कोरोना से बचाव के लिए मास्क, सेनिटाइजर आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। थर्मल स्कैनिंग की भी व्यवस्था की गई है।
राजनीतिक दलों के लिए दिशा-निर्देश

CEC सुशील चंद्र ने कहा कि राजनीतिक दलों के सभी चुनावी कार्यक्रमों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। पार्टियों को अपने उम्मीदवारों की आपराधिक रिकार्ड की घोषणा अनिवार्य रूप से करनी होगी। यूपी, पंजाब और उत्तराखंड में हर उम्‍मीदवार 40 लाख रुपए ही खर्च कर पाएगा। वहीं मणिपुर और गोवा में उम्‍मीदवार के लिए चुनावी खर्च सीमा 28 लाख रुपए तक ही सीमित रहेगी।

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