
लालकुआं – तराई केन्द्रीय वन प्रभाग, रूद्रपुर डिवीजन के टांडा रेंज में वन विभाग ने फिल्म ‘पुष्पा’ की तर्ज पर चल रही अवैध खैर तस्करी का पर्दाफाश किया है। वन विभाग की टीम ने हरिपुरा जलाशय से खैर की लकड़ी से लदी तीन नावें बरामद की हैं, जिनसे कुल 24 गिल्टें (लकड़ी के टुकड़े) बरामद हुई हैं। इनकी अनुमानित कीमत तीन लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है।

इस कार्रवाई में तस्कर मौके से फरार हो गए, लेकिन वन विभाग ने तीनों नावों को सीज कर फरार आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कैसे हुई कार्रवाई?
वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि प्रभागीय वनाधिकारी के निर्देशन में चल रहे विशेष अभियान के तहत आज सुबह एक गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर नाव द्वारा अवैध खैर की लकड़ी ला रहे हैं। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम ने हरिपुरा जलाशय के पास घेराबंदी की। कुछ ही देर में तीन नावें नजर आईं, जिन्हें रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन नाव में सवार तस्कर नावें छोड़कर फरार हो गए। नावों की तलाशी लेने पर 24 गिल्टें खैर की लकड़ी बरामद हुई, जिन्हें सीज कर लिया गया है।
कौन-कौन था टीम में शामिल?
इस कार्रवाई में वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम, एसओजी प्रभारी कैलाश तिवारी, डिप्टी रेंजर वीरेंद्र परिहार, वन दरोगा सुरेंद्र सिंह, पान सिंह मेहता, हरीश नयाल, अशोक गौतम, रुस्तम राणा, राहुल कुमार, अतिथि कर्मचारी शोभशंकर पांडे, तथा पीपल पड़ाव और टांडा रेंज का सुरक्षाबल स्टाफ शामिल रहा।
वन तस्करों में हड़कंप
वन विभाग की इस सख्त कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में तस्करों में हड़कंप मच गया है। वन अधिकारी ने स्पष्ट किया कि आगे भी इस प्रकार की छापेमारी और कार्रवाई लगातार जारी रहेंगी।
