उत्तराखण्ड रुद्रपुर

खटीमा में फर्जी अक तालिका बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफतार

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रुद्रपुर (एम् सलीम खान) (एस ओ जी ने जाल बिछाकर गिरोह के दो सदस्यों को दबोचा)-(कंप्यूटर और फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के उपकरण बरामद)-(दसवीं और 12वीं के फर्जी प्रमाण पत्र और अंक पत्र बनाते का धंधा करतें थे आरोपी)-(महज बीस हजार रुपए में तैयार कर देते थे फर्जी प्रमाण पत्र)-(धोखाधड़ी सहित अन्य संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज) खटीमा ऊधम सिंह नगर एस ओ जी की टीम ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के फर्जी प्रमाण पत्र और अंक पत्र बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने एक दुकान से कंप्यूटर और फर्जी प्रमाण पत्र आदि बरामद किए हैं। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करते हुए तो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक फिल्में एसओजी को गैंग के सरगना खटीमा के शिव कॉलोनी निवासी मोहित सक्सेना के सहयोगी मूल रूप से चंपावत के लडाबोरा अल्मोड़ा व हाल निवासी हनुमान मंदिर के पास खटीमा निवासी मनोज कुमार कालाकोटी के साथ मिलकर वार्ड नंबर 7 निवासी आरोपी दीपक उर्फ कुलदीप सिंह सहोता के साथ लोगों के हाई स्कूल इंटर और आईटीआई आदि के फर्जी प्रमाण पत्र बनाने की सूचना दी थी। इस पर अपने परिचित से मनोज कुमार कालाकोटी को ₹3000 एडवांस में दिए हैं। जिससे 10 व 12 कक्षा के प्रमाण पत्र बनाने की बात तय हुई है।  टनकपुर डिपो में फर्जी कूटरचित कागजात से बहुत से लोगों की नौकरी लगाईं गई है। सूचना दी कि श्यामवीर के नाम से कक्षा 10 तथा 12 के प्रमाण पत्र सह अंकपत्र लेकर मंडी खटीमा पीलीभीत रोड के सामने खड़ा है। आरोपी के पास श्यामवीर के नाम के कक्षा 10 वह 12 के फर्जी प्रमाणपत्र हैं, मैंने उसे ₹3000 पहले ही दे दिए हैं ‌। मुखबिर की सूचना पर एसओजी प्रभारी रुद्रपुर कमलेश भट्ट के नेतृत्व में टीम ने पीलीभीत रोड पर आरोपी मनोज कुमार को दबोच लिया। मनोज खुद को राजकीय प्राथमिक विद्यालय सूखीगढ में सहायक अध्यापक बताया जा रहा है। उसके कब्जे से एस ओ जी टीम ने कक्षा 10 तथा 12 के प्रमाण पत्र,सह अंकपत्र बरामद किए हैं। कक्षा 10 के प्रमाण पत्र श्याम वीर, स्कूल का नाम जीईसी अमोली चंपावत वर्ष 2015 परिणाम प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण हैं। कक्षा 12 के प्रमाण पत्र सह अंकपत्र में परीक्षा 2018 रेगुलर जीआईसी अमेली चंपावत प्रथम श्रेणी पास दर्ज है। टीम ने बताया कि आरोपी शिव कालोनी नौगवा ठग्गू निवासी मोहित सक्सेना आपस में आधी आधी धनराशि के भागीदार है। आरोपी कुलदीप सिंह सहोता को हर प्रमाण पत्र का एक हजार रुपए आरोपी मोहित सक्सेना देता था। जिसकी हनुमान मंदिर के सामने एयरटेल नाम से दुकान है। यह प्रमाण पत्र भी वही छपवाएं जातें हैं। आरोपी मनोज से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है। जिसके व्हाट्स ऐप में फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने संबंधी साक्ष्य है। वही कुलदीप सिंह सहोता की तलाशी लेने पर एक मोबाइल, काउंटर पर श्याम वीर के नाम के कक्षा 10 व 12 के प्रमाण पत्र मिले हैं। प्रमाण पत्र के कटे छोटे 24 टुकड़े, प्रिंट आउट निकालने के लिए एक प्रिंटर,एक मय स्टैंड खाली मोटे पेपर, पारदर्शी पालीथीन में कागज़,मौनिटर, सीपीयू,माउस आदि टीम ने बरामद किए हैं। बताया कि प्रत्येक प्रमाण पत्र बनाने का उसे हजार रुपए मिलता है। मोहित और मनोज के आपस में बराबर पार्टनरशिप होने के साथ ही एक प्रमाण पत्र के बीस हजार रुपए लेने की बात सामने आई है। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने कई लोगों के फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनाए हैं। वहीं आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। कोतवाल नरेश चौहान ने बताया कि आरोपी मनोज व कुलदीप को गिरफ्तार किया गया है। टीम में राजेंद्र कुमार गणेश ललित प्रमोद कुलदीप सिंह आदि शामिल है।

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