उत्तराखण्ड ज़रा हटके हल्द्वानी

इंटरार्क कंपनी में घायल श्रमिक को न्याय दिलाने को लेकर श्रमिकों का प्रदर्शन और न्याय की गुहार…

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हल्द्वानी-इंटरार्क कंपनी में घायल श्रमिक को न्याय दिलाने को श्रमायुक्त उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित कार्यालय में श्रमिकों का प्रदर्शन और न्याय की गुहार* कंपनी में जारी ठेका प्रथा समेत सभी गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाकर जानमाल से सुरक्षा करने की मांग दिनाँक 27/08/2022 को इंटरार्क कंपनी सिडकुल पन्तनगर में काम के दौरान प्रबंधन ,ठेकेदार उज्जवल एवं उसके सुपरवाइजर पान सिंह की मनमानी के कारण स्थाई श्रमिक विजेन्द्र सिंह काम करते हुवे गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका दाहिना हाथ टूट गया ।इससे इंटरार्क श्रमिकों में गहरा आक्रोश है ।

 

और आक्रोशित श्रमिकों आज दिनाँक 29/08/2022 को घायल श्रमिक विजेन्द्र सिंह को लेकर श्रमायुक्त उत्तराखंड के कार्यालय श्रम भवन हल्द्वानी पहुंचे और प्रदर्शन किया ।और श्रमायुक्त उत्तराखंड को ज्ञापन प्रेषित कर तत्काक हस्तक्षेप करने की मांग की ।इस दौरान हुई सभा को सम्बोधित करते हुवे वक्ताओं ने कहा कि मजदूरों की यूनियन द्वारा श्रमायुक्त उत्तराखंड एवं अन्य श्रम अधिकारियों को इससे पूर्व कई बार लिखित शिकायत के माध्यम से अवगत कराया जाता रहा है

 

कि इंटरार्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स प्राईवेट लिमिटेड सिडकुल पन्तनगर के सेवायोजक द्वारा कंपनी में ठेका ,फिक्स टर्म आदि के नाम पर श्रमिकों की नई भर्ती कर उक्त अप्रशिक्षित श्रमिकों को खतरनाक मशीनों एवं मुख्य उत्पादन क्षेत्रों में नियोजित कर एवं कंपनी के स्थाई एवं प्रशिक्षित श्रमिकों को मशीनों से हटाकर उनका कार्यस्थल व कार्य की प्रकृति को बार बार बदलकर श्रमिकों के जानमाल के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है ।उक्त के क्रम में सेवायोजक के निर्देश पर ठेकेदार उज्ज्वल के सुपरवाइजर पान सिंह द्वारा दिनाँक 27/08/2022 को स्थाई श्रमिक विजेन्द्र को अपने कार्यस्थल गेन्टरी टेक स्टेशन से जबरिया हटाकर पी टी डब्ल्यू टेक स्टेशन पर ग्राइंडिंग मैंन के हैल्पर के रूप में जबरिया लगाया गया

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जबकि विजेन्द्र सिंह गेन्टरी टेक ऑपरेटर के पद पर नियुक्त है ।विजेन्द्र सिंह से हाथ से जबरिया बारी लगवाकर स्टील की बड़ी बड़ी और भारी भारी प्लेटों (वेब )को बारी में फंसाकर पलटवाया गया जबकि यह कार्य क्रेन से होता है ।कम्पनी प्रबन्धक एवं ठेकेदार उज्जवल के निर्देशन में पान सिंह नामक सुपरवाइजर द्वारा विजेंदर सिंह को चेतावनी दी गई कि जैसा मैं बोल रहा हूँ वैसा कर वर्ना गेटबन्द करवा दूंगा ।

 

जिससे कार्य के दौरान करीब प्रातः करीब 8:30 बजे विजेन्द्र सिंह का दाहिना हाथ टूट गया और उन्हें रुद्रपुर स्थित अमृत अस्पताल में ले जाया गया ।हाथ फ्रेक्चर होने के कारण दाहिने हाथ में प्लास्टर चढ़ा हुवा है । वक्ताओं का कहना था कि यह गंभीर विषय है कि उक्त कंपनी में ठेकेदारों के अधीन नियोजित करीब 15-20 सुपरवाइजरों द्वारा कंपनी रोल के स्थाई श्रमिकों को कार्य करने को निर्देश दिया जाता है और जानमाल से खिलवाड़ कर घोर उत्पीड़न किया जा रहा है।

 

जो कि अति संवेदनशील विषय है क्योंकि कंपनी भारी इंजीनियरिंग उद्योग है ।यह समझ से परे है कि किस कानून के तहत ठेकेदारों के सुपरवाइजर परमानेंट मजदूरों को काम कराते हैं ।इसकी लिखित शिकायत कर श्रमायुक्त उत्तराखंड एवं जिला प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है ।किन्तु उक्त गैरकानूनी कृत्य पर रोक न लगाई गई ।कि मजदूरों की यूनियन की याचिका पर उच्च न्यायालय उत्तराखंड के आदेश पर तत्कालीन श्रमायुक्त महोदय के आदेश पर श्रम विभाग द्वारा कंपनी में निरीक्षण किया और अग्रेतर कार्यवाही लंबित है ।

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स्थाई आदेशों के प्रमाणितकर्ता अधिकारी /उपश्रमायुक्त महोदय द्वारा फिक्स टर्म के तहत मजदूरों की भर्ती को प्रतिबंधित कर आदेश जारी किया है ।कुछ समय तक ठेकेदारों के उक्त श्रमिकों को एवं फिक्स टर्म के तहत नियोजित श्रमिकों को कंपनी ने ब्रेक देकर काम से हटा दिया ।किन्तु वर्तमान समय में वही गैरकानूनी कृत्य फिर से चालू हो गया है ।लापरवाही इस हद तक बढ़ चुकी है कि भारी इंजीनियरिंग उद्योग की उक्त कंपनी में प्रशिक्षित स्थाई श्रमिकों को काम कराने का निर्देश उज्ज्वल ठेकेदार समेत अन्य ठेकेदारों के तहत नियोजित अप्रशिक्षित सुपरवाइजर दे रहे हैं ।

 

जो कि ठेकेदारों के लाइसेंस का घोर उल्लंघन है ।भारी संख्या में ठेकेदारों के तहत एवं फिक्स टर्म आदि के तहत नए श्रमिकों की भर्ती कर उनसे गैरकानूनी रूप से खतरनाक मशीनों पर कार्य करवाया जा रहा है।जिससे श्रमिकों के जानमाल को खतरा बना हुवा है ।हाल ही में इसी लापरवाही के कारण कंपनी के चेन्नई प्लांट में एक ठेका श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई ।इसी तरह की लापरवाही से किच्छा प्लांट के एक ड्राइवर की मौत हाल में ही हो गई ।सिडकुल पन्तनगर में विजेन्द्र सिंह समेत कई मजदूर घायल हो चुके हैं ,कई श्रमिकों का अंगभंग होकर विकलांग हो गये हैं ।

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इसी तरह से पी टी डब्ल्यू ऑपरेटर के पद पर कार्यरत स्थाई श्रमिक दुर्विजय सिंह का कार्यस्थल व कार्य प्रकृति बदलकर उत्पीड़न किया जा रहा है ।स्थाई श्रमिक आनन्द प्रताप राय जो कि ड्रिल मैंन के पद पर नियोजित हैं से क्रेन चलवाई जा रही है ।3 स्थाई श्रमिकों को किच्छा प्लांट में OD पर भेजकर निरन्तर रात्रि शिफ्ट में कार्य करवाकर उत्पीड़न किया जा रहा है और OD का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है ।वक्ताओं ने घायल श्रमिक विजेन्द्र सिंह को न्याय देने और प्रबंधन ,ठेकेदारों और सुपरवाइजर पान सिंह को दंडित करने और कंपनी में चल रही सभी गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की गई

 

चेतावनी दी कि किसी भी श्रमिक को जानमाल से नुकसान होने के लिए कंपनी प्रबंधन के साथ साथ श्रम विभाग व जिला प्रशासन भो पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे।आज हुवे प्रदर्शन में घयल श्रमिक विजेन्द्र सिंह ,इंटरार्क मजदूर संगठन ऊधमसिंह नगर के अध्यक्ष दलजीत सिंह ,महामंत्री सौरभ कुमार ,

 

कोषाध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार इंटरार्क मजदूर संगठन किच्छा के महामंत्री पान मुहम्मद ,कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह एवं प्रभुदयाल ,बबलू कुमार ,राजेश शर्मा ,संजय सिंह ,देवेन्द्र बिष्ट समेत अनेक श्रमिक शामिल थे ।विज्ञप्ति जारी कर्ता दलजीत सिंह अध्यक्ष इंटरार्क मजदूर संगठन ऊधमसिंह नगर (उत्तराखंड),मोबाइल नम्बर -8265911998

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