
पौड़ी – गढ़वाल की मनमोहक वादियाँ, ताजी हवा और सांस्कृतिक गरिमा से भरपूर वातावरण—इन सबके बीच शनिवार को एक खास अवसर पर जनमानस एकत्र हुआ, जब तिमली ट्रस्ट द्वारा आयोजित 78 किलोमीटर लंबी साइकिल रैली को जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने नगर पंचायत जोंक स्थित गीता आश्रम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह रैली केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि एक समर्पित प्रयास था—ग्रामीण क्षेत्रों के सौंदर्य, संस्कृति और पर्यटन की संभावनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का। मोहनचट्टी, सिलोगी, चेलूसैंण, देवीखेत जैसे शांत और सुंदर क्षेत्रों से होकर गुजरती यह रैली तिमली गांव में सम्पन्न हुई, जो कि आयोजन का केंद्र बिंदु था।
युवाओं को मिला स्वास्थ्य और उद्देश्य का संदेश
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य था स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और पर्यटन को ग्राम्य जीवन से जोड़ना। इसमें देशभर के विभिन्न राज्यों से आए 35 पेशेवर और उत्साही साइकिलिस्टों ने भाग लिया। पहाड़ियों की चढ़ाई, घाटियों की ठंडी हवाएँ और ग्रामीण जीवन के दर्शन—इन सबने प्रतिभागियों को एक यादगार अनुभव दिया।
डॉ. आशीष चौहान ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा,
“इस प्रकार की रैलियाँ न केवल शरीर को स्वस्थ रखने की प्रेरणा देती हैं, बल्कि गढ़वाल जैसे क्षेत्रों में पर्यटन की असीम संभावनाओं को सामने लाती हैं। यह पहल स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रशासन ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव सहयोग करेगा।
तिमली ट्रस्ट की सराहनीय पहल
तिमली ट्रस्ट के संस्थापक आशीष डबराल ने कहा कि ट्रस्ट का लक्ष्य है ग्रामीण क्षेत्रों को पर्यटन, शिक्षा, आयुर्वेद, योग और हस्तशिल्प के माध्यम से आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाना।
“हम चाहते हैं कि हमारे गांव केवल नक्शे पर एक बिंदु न बनें, बल्कि सांस्कृतिक विरासत और आत्मनिर्भरता के प्रतीक बनें,” उन्होंने कहा।
स्थानीय सहयोग और उत्साह
रैली मार्ग में गाँवों के निवासियों ने प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। बच्चों ने उत्साह से झंडियाँ लहराईं, महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में लोकगीत गाए, और बुजुर्गों ने आशीर्वाद देकर आयोजन की सफलता की कामना की। इस आयोजन ने केवल खेल को ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और स्थानीय गौरव को भी मजबूती प्रदान की।
गणमान्य उपस्थिति
इस अवसर पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, गीता आश्रम के प्रबंधक भानु मित्र शर्मा, तथा सामाजिक कार्यकर्ता मनोज द्विवेदी, सुरेश बलूनी, धनिराम बिंजोला सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
रैली का समापन और भविष्य की दिशा
रैली का समापन तिमली गांव में हुआ, जहां प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। सभी ने गढ़वाल की प्राकृतिक सुंदरता और स्थानीय लोगों की गर्मजोशी की खुलकर सराहना की। तिमली ट्रस्ट ने भविष्य में और भी बड़े स्तर पर ऐसे आयोजनों की योजना की घोषणा की।

