हल्द्वानी- 38वें राष्ट्रीय खेलों में मंगलवार को तैराकी प्रतियोगिता का समापन हो गया। इसमें कर्नाटक की धीनिधि देसिंघु बेस्ट महिला स्वीमर चुनीं गईं। उन्होंने प्रतियोगिता में नौ स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीतकर यह खिताब हासिल किया। हालांकि धीनिधि शुरुआत में बच्चों में तैराकी के लिए प्रति जागरूकता लाना चाहती थी। इसके लिए उन्होंने खुद तैराकी करना शुरू किया। कर्नाटक के बंगलूरू की धीनिधि देसिंघु की उम्र मात्र 15 साल है। पेरिस 2024 ओलंपिक में 14 साल की उम्र में धीनिधि सबसे कम उम्र की भारतीय एथलीट थीं। कर्नाटक की रहने वाली धीनिधि देसिंघु के पिता दे सिंघु गूगल में साफ्टवेयर इंजीनियर और मां नर्स हैं। धीनिधि सात साल की उम्र से तैराकी कर रही हैं।
इनकी मां ने बताया कि धीनिधि पढ़ने में काफी तेज है। घर के सामने एक पूल है, लेकिन वह काफी अव्यवस्थित था। धीनिधि ने उत्सुकता के चलते तैराकी के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया। तब उन्होंने अपनी मां से पूल की दुर्दशा पर सवाल किया था। धीनिधि को लगा कि इतना शानदार खेल होने के बावजूद कोई नहीं आता। पहले तो धीनिधि ने लोगों को तैराकी प्रतियोगिता के बारे में बताना शुरू किया। ज्यादा परिणाम नहीं देखकर धीनिधि स्वयं उस पूल में तैराकी शुरू की। इनकी मां बताती है कि धीनिधि हमेशा से ही भारत का स्थान तैराकी में सर्वोच्च पर रखना चाहती थी।