काशीपुर- काशीपुर में बीते रोज देश व प्रदेश में महिलाओं के साथ लगातार बढ़ती जा रही दुष्कर्म की वारदातों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता गौतम मेहरोत्रा ने कहा है कि इस पर अंकुश हेतु हर व्यक्ति को महिलाओं के प्रति आदरभाव की दृष्टि रखना आवश्यक है। इस रक्षा बंधन पर तमाम व्यक्ति विशेष द्वारा महिलाओं व युवतियों से राखी बंधवाकर उसे मीडिया व सोशल मीडिया पर प्रचारित-प्रसारित करने पर भी गौतम मेहरोत्रा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उनका कहना है कि रक्षाबंधन के मूल में सुरक्षा और देखभाल की अवधारणा पर जोर दिया जाता है। बहन द्वारा अपने भाई की कलाई पर राखी (पवित्र धागा) बांधने का कार्य उसके विश्वास और भरोसे का प्रतीक है कि भाई हमेशा शारीरिक और भावनात्मक रूप से उसकी रक्षा करने के लिए मौजूद रहेगा। लेकिन वर्तमान परिवेश में रक्षाबंधन न सिर्फ एक रस्म बन गया है, बल्कि व्यक्ति विशेष द्वारा उसका मजाक सा बनाया जा रहा है। जिस बहन की रक्षा के लिए आप रक्षा सूत्र बंधवाकर वचनबद्ध हो रहे हैं,
उसका ही फोटो प्रचारित-प्रसारित करने से पूर्व क्या आपको यह नहीं सोचना चाहिए कि यह सही है या ग़लत? सामाजिक कार्यकर्ता ने सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान पर भी टिप्पणी की और कहा कि सरकार को इस अभियान पर अपनी मंशा बदलनी होगी। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ का नारा दिये जाने से पहले सरकार को बेटियों की सुरक्षा हेतु कारगर कदम उठाये जाने की आवश्यकता है, जो कि सरकार उठा नहीं पा रही है और देशभर में दरिंदगी की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आमजन को भी महिलाओं के प्रति अपनी दूषित मानसिकता को बदलने की जरूरत है।
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