काशीपुर (सुनील शर्मा) उत्तराखंड प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव ने आज काशीपुर स्थित राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड के साथ-साथ ब्लड बैंक वैक्सीनेशन रूम जनरल वार्ड आदि का निरीक्षण भी किया।उत्तराखंड शासन के स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी आज काशीपुर के एलडी भट्ट राजकीय चिकित्सालय पहुंचे। इस दौरान स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड के साथ-साथ ब्लड बैंक, वैक्सीनेशन रूम, जनरल वार्ड, लेबर रूम, ओटी और ट्रॉमा सेंटर आदि का निरीक्षण भी किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने कहा कि सीएमओ सीएमएस के साथ विस्तार पूर्वक उप जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि काशीपुर स्वास्थ्य का मुख्य केंद्र है तथा यहां जनसंख्या की भी बेहतर स्थिति है लिहाजा यहां स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करना हम चाहेंगे। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के द्वारा यहां डॉक्टरों की कमी की बात कही गयी है। उन्हें उम्मीद है कि मार्च तक प्रदेश को अच्छी संख्या में डॉक्टर रिक्रूटमेंट के जरिए मिल जाएंगे उनमें से कुछ डॉक्टर हम काशीपुर भी भेजेंगे। साथ ही रिक्रूटमेंट के जरिए प्रदेश को 1200 नर्से मिलने की भी उम्मीद है। उनमें से कुछ नर्सों को काशीपुर तथा प्रदेश के अन्य उन स्थानों पर भेजा जाएगा जहां नर्सों की कमी है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है। जिसके बारे में बताया गया है कि नैनी पेपर मिल के द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कराया जा रहा है। इसके बाद अगर कहीं कोई कमी आती है तो बजट के जरिए उसे पूरा किया जाएगा। राजकीय चिकित्सालय में पिछले दिनों लगी आग के बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि सीएमओ उधम सिंह नगर को आपकी रिपोर्ट 15 दिन के भीतर भेजने को कहा गया है। साथ ही आग के कारणों के साथ-साथ छतिग्रस्त विंग को दोबारा चालू करने के लिए निर्देशित किया गया है। बायो मेडिकल वेस्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस पर लगातार विचार किया जा रहा है साथ ही इसके मैनेजमेंट के बारे में अपने अधिकारियों को ट्रेनिंग दे दे रहे हैं साथ ही दो कंपनियां इस पर काम भी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बायोमेडिकल वेस्ट अभी भी चैलेंज है, और हम चाहेंगे कि हमारे अधिकारी इस पर अच्छा काम करें। कुंभ के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कुंभ के दौरान बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के मकसद से कोविड-19 के 600 बेड का एक अस्थाई अस्पताल भी खोला गया है, जिसमें 50 वेंटिलेटर भी उपलब्ध कर रहे हैं। इस दौरान वहां काफी मात्रा में डॉक्टर से उपलब्ध रहेंगे जिनमें से कुछ डॉक्टर कुंभ में पहुंच चुके हैं। स्वास्थ्य दृष्टि से कुम्भ को कई जोन और सेक्टर्स में बांटा गया है।