रूद्रपुर- जनपद में डेंगू से बचाव हेतु सीधे लार्वा पर ही वार किया जाये ताकि मच्छर पनपने न पाएं। यह निर्देश जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने जिला कार्यालय सभागार में डेंगू के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु आयोजित बैठक में दिए। जिलाधिकारी ने जनपद में डेंगू के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य, पंचायतीराज, ग्राम विकास, शहरी विकास तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को समन्वय बनाते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर साफ-सफाई रखने, दवाईयों के छिड़काव व फोगिंग तथा स्वच्छता अभियान पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये।
उन्होंने डेंगू के प्रति विभिन्न माध्यमों से वृहद्ध स्तर पर जन-जागरूकता अभियान चलाने तथा विद्यालयों में प्रतिदिन प्रार्थना सभाओं में डेंगू के लक्षण, कारण, रोकथाम एवं नियंत्रण के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने विद्यार्थियों को पूरी बाजू वाले कपड़े पहनकर आने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिये साथ ही उन्होंने मच्छरदानी का प्रयोग करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिये कि डेंगू का मरीज पाये जाने पर सम्बन्धित क्षेत्र में जनपद तथा ब्लॉक की टीमों द्वारा विशेष अभियान चलाया जाये।
जिलाधिकारी ने नगर निगम, पालिकाओं, पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को भी डेंगू के प्रति जागरूक करने हेतु निर्देश सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को दिये। जिलाधिकारी ने जनता से अपील की कि घरों के आसपास पूर्ण साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें और कचरे का निस्तारण सही ढंग से किया जाये। उन्होंने कहा कि घरों में कूलर, टेंक, ड्रम, बाल्टी आदि में अनावश्यक एवं लम्बे समय तक पानी न रखें। उन्होंने कहा कि कूलर का उपयोग नही होने का दशा में उसका पानी पूरी तरह खाली किया जाये।
घरों के आसपास पानी एकत्रित होने वाली सभी अनुपयोगी वस्तुएं जैसे -टीन के डब्बे, कॉच एव प्लास्टिक के बोतल, नारियल के खोल, पुराने टायर आदि नष्ट कर दें। फ्रीज के ‘ड्रिप-पैन’ से पानी प्रतिदिन खाली करें। पानी संग्रहित करने वाले टंकी, बाल्टी, टब आदि सभी को हमेशा ढंककर रखें। उन्होंनं डेंगू के प्रति लापरवाही न बरतने, लक्षण पाये जाने पर तुरन्त नजदीकी चिकित्सालय जाने एवं चिकित्सकों की सलाह लेने की अपील भी जनता से की। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि सभी पैथोलॉजी के साथ बैठक कर डेंगू जांच की दरें निर्धारित करें ताकि मरीजों से मनमानी धनराशि न वसूल सकें।
उन्होंने जांच दरें लैब के बाहर प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिए। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.मनोज शर्मा व डॉ. राजेश आर्य ने बताया कि डेंगू मच्छर जनित रोग है इस पर प्रभावी नियंत्रण आवश्यक है, उन्होंने बताया कि एडिस प्रजाति के मच्छर डेंगू वायरस से संक्रमण फैलाते है। डेंगू दो रूप में परिलक्षित होता है-डेंगू फीवर एवं डेंगू हेमरेजीक फीवर/डेंगू शॉक सिन्ड्रोम। डेंगू का इनक्युबेशन पीरियड साधारणतया 5 से 7 दिन का होता है। एडिस इजिप्टी मच्छर प्राय घरों में तथा घरों के आस-पास ठहरे हुए स्वच्छ पानी में पनपता है।
यह मच्छर प्राय दिन के समय काटता है। इन मच्छरों में डेंगू वायरस का संक्रमण 3 सप्ताह तक रहता है। उन्होंने बताया कि जनपद के सभी चिकित्सालयों में भी डेंगू के मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाये गये हैं। उन्होेने कहा कि 47 डेंगू हॉटस्पॉट चिन्हित किये गये हैं, व 1346 आशाएं घर-घर जाकर डेंगू सोर्स रिडक्शन हेतु कार्य कर रही हैं साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रही हैं।
बैठक में वीसी प्राधिकरण अभिषेक रूहेला, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, सीएमओ डॉ.मनोज शर्मा, पीएमएस डॉ. आर. के सिन्हा, एसीएमओ डॉ. एस. पी. सिंह, उपजिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा, गौरव पाण्डे, उपायुक्त नगर निगम शिप्रा जोशी, जिला शिक्षा अधिकारी डी.एस. राजपूत, जीएम डीआईसी विपिन कुमार, अधि. अभियंता जल संस्थान ज्योति पालनी, जिला कार्यक्रम एवं बाल विकास अधिकारी मुकुल चौधरी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
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