रिखणीखाल-नदी किनारे छोड़े गये,आवारा गाय ने वहीं नवजात बछड़े को जन्म दिया। कुछ दिन पहले रिखणीखाल के चुरानी- सिद्धखाल के पास पूर्वी नयार नदी में 11 आवारा पशु नदी के तेज बहाव के बीच नदी में फंस गये थे,जिन्हें बामुश्किल पानी का बहाव कम होने पर बाहर निकाला जा सका।
इस बीच वहीं के स्थानीय निवासी आशु जोशी ने जानकारी दी है कि उनमें से एक गाय ने 2-3 दिन पहले नदी के किनारे ही नवजात बछड़े को जन्म दे दिया।बछड़ा स्वस्थ है।लेकिन कोई भी स्थानीय निवासी उस दुधारू गाय को पालने को तैयार नहीं है।आजकल आवारा व निरीह पशुओं की हालत ऐसी ही हो रही है कि कोई पालने को साहस नहीं कर रहा है।गाय अपने दो तीन दिन नवजात बछड़े को लेकर नदी के आसपास व जंगल में घूमती फिरती नजर आ रही है।
जानकारी में ये भी आया है कि इन आवारा पशुओं के कान में आधार कार्ड से लिंक टैग लगे है,इससे इनके मालिकों की पहचान आसानी से हो सकती है।यदि सम्बन्धित विभाग रुचि ले तो। लेकिन ऐसा होना असम्भव प्रतीत होता है। कहावत है” बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधेगा।इस इलाके में कयी पशु आवारा देखे जा सकते हैं लेकिन विभाग कोई ठोस कार्रवाई करने से कतराता है।सरकार दावे तो बहुत करती है लेकिन कागजों तक सीमित है।
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