हल्द्वानी- कारोबार में ऊंचे मुनाफे का सपना दिखाकर हल्द्वानी के एक युवक से 12.76 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। अमेरिका की एक कथित ई-कॉमर्स कंपनी से ऑनलाइन व्यापार शुरू करने के चक्कर में युवक जालसाजों का शिकार हो गया। ठगों ने पहले व्यवसायिक साझेदारी का झांसा दिया और फिर अलग-अलग बहानों से युवक से लाखों रुपये ठग लिए। जब उसे धोखाधड़ी का अहसास हुआ, तब तक उसका वॉलेट पूरी तरह खाली हो चुका था। ठगी की शिकायत पर पुलिस ने साइबर क्राइम के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ऐसे फंसा साइबर ठगों के जाल में
दमुवाढूंगा निवासी हिमांशु खन्ना ने पिछले साल अगस्त में इंटरनेट पर एक ई-कॉमर्स कंपनी ‘इलेमिकाल डॉट कॉम’ के बारे में सर्च किया। वहां मिले नंबरों पर संपर्क करने पर कंपनी के प्रतिनिधियों ने ऑनलाइन व्यापार का ऑफर दिया, जिसमें अच्छा मुनाफा कमाने का दावा किया गया था। हिमांशु को बताया गया कि उसे कंपनी की वेबसाइट पर लॉगिन बनाकर एक वॉलेट क्रिएट करना होगा। हर ऑर्डर पर पहले उसे भुगतान करना होगा, और जब ऑर्डर ग्राहक तक पहुंच जाएगा, तब उसका प्रॉफिट और मूलधन वॉलेट में वापस आ जाएगा।
12.76 लाख गवाने के बाद भी लगा दूसरा झटका
विश्वास में आकर हिमांशु ने व्यापार शुरू किया और कई ऑर्डर बुक कराए। इसके एवज में उसने 12,76,931 रुपये का भुगतान कर दिया। जब उसके खाते में पैसे खत्म हो गए, तो उसने कंपनी से अपने पैसे वापस मांगे।
कंपनी ने कहा कि वॉलेट में 18,000 डॉलर (लगभग 15 लाख रुपये) पड़े हैं, लेकिन इसे निकालने के लिए पहले कुल राशि का 10% टैक्स भरना होगा। हिमांशु ने इस पर भी विश्वास करके अतिरिक्त रकम जमा कर दी। इसके बाद कंपनी ने एक और बहाना बनाकर उसके वॉलेट से पूरी राशि गायब कर दी। जब तक उसे ठगी का अहसास हुआ, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
साइबर एक्सपर्ट ने बताया इसे ‘ऑफर-वेब’ फ्रॉड
साइबर एक्सपर्ट विकास सिंह बिष्ट ने बताया कि यह मामला “ऑफर-वेब” धोखाधड़ी का हो सकता है। इसमें ठग एक आकर्षक वॉलेट सिस्टम दिखाकर लोगों को पैसा जमा करने के लिए मजबूर करते हैं, और बाद में रकम साफ कर देते हैं।
पुलिस ने किया केस दर्ज, लोगों को सावधान रहने की अपील
हिमांशु ने ठगी की शिकायत मुखानी थाने में दर्ज कराई है। पुलिस ने साइबर क्राइम की धाराओं में अज्ञात जालसाजों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे बचें ऐसे ऑनलाइन फ्रॉड से?
- किसी भी अनजान वेबसाइट पर बड़ा निवेश करने से पहले उसकी प्रमाणिकता जांचें।
- बिना रिसर्च के ऑनलाइन वॉलेट या ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पैसा जमा न करें।
- बहुत ज्यादा मुनाफे के वादों पर संदेह करें, क्योंकि ठग इसी तरह लोगों को फंसाते हैं।
- अगर किसी के साथ ठगी हो जाए तो साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत करें।
- आरबीआई और अन्य वित्तीय संस्थानों के दिशानिर्देशों को फॉलो करें।
साइबर अपराधी लगातार नए तरीके खोज रहे हैं, इसलिए सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें

