उत्तराखण्ड ज़रा हटके

अग्रिम मोर्चे पर विकलांग पूर्वसैनिक ने भावुक होकर कहा- प्यासे हैं ग्रामीण व मवेशी। हर घर बिछा दिये नल, फिर भी नहीं आया जल…..

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रिखणीखाल- जनपद गढ़वाल के रिखणीखाल प्रखंड के ग्राम पठोल गाँव निवासी पूर्व फौजी रेवत सिंह रावत व उनके गांववासियों ने सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट योजना जल जीवन मिशन की व्यथा बयां की है।उनका कहना है कि दो महीने से ज्यादा समय से हर घर नल,हर घर जल के तहत घरों में पानी नहीं आ रहा है।जिससे उनके गाँव के लोग, मवेशी सब परेशान हैं। जल जीवन  मिशन सिर्फ एक छलावा है।जिसका ढोल पीट-पीटकर डंका बजाया जा रहा है।

 

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वे कहते हैं कि उन्होनें जल निगम, जल संस्थान के अधिकारियों को लिखित व मौखिक  शिकायत की,लेकिन शिकायत का कुछ असर  नहीं हुआ। वै बोलते बोलते भावुक व आक्रोशित भी हो गये।गाँव के प्राकृतिक स्त्रोत ,जलाशय, नौले, धारे सब सूख चुके हैं। अब जायें तो कहाँ जायें? कुछ दिनों पहले पेयजल सचिव का बयान था कि पेयजल कनेक्शन लगाने में पौड़ी जिला प्रदेश में प्रथम पायदान पर आया है,तथा उन्होनें अधिकारियों की पीठ जोर-शोर से थपथपाई।

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लेकिन जमीनी हकीकत देखनी है तो पठोल गाँव में आइये।ग्रामीण महिलाओं ने अपना आक्रोश जताया। अधिकतर देखा गया है कि उत्तराखण्ड की यह योजना ध्वस्त होती दिखाई दे रही है।लगता है कि सरकार का लक्ष्य ये है कि हर घर नल बिछाये जायें, पानी आये न आये।पानी आपूर्ति से मतलब नहीं है,सिर्फ नल बिछे हों तथा फोटो साफ आनी चाहिए। उन्होनें मांग की है कि जब नल बिछा ही दिये तो पानी सप्लाई का भी प्रबंध  हो।दिखावा न किया जाये।

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